सिबिल स्कोर खराब हो गया है तो इन उपायों की मदद से किया जा सकता है इसमें सुधार

अच्छा सिबिल स्कोर एक पूंजी की तरह है, जो आपको गाढ़े समय में काम आता है। अगर सिबिल स्कोर अच्छा है तो आपको बेहतर शर्तों के साथ कर्ज मिल सकता है।
Good CIBIL score is like capital, financial needs are easily fulfilled when needed.
Good CIBIL score is like capital, financial needs are easily fulfilled when needed.Raj Express
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हाईलाइट्स

  • अचानक आई जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिता निभाता सिबिल स्कोर

  • इस लिए आपको अपना सिबिल स्कोर कभी खराब नहीं होने देना चाहिए

  • सिबिल स्कोर खराब हो गया है तो जानिए इसमें कैसे होगा सुधार

राज एक्सप्रेस । अच्छा सिबिल स्कोर एक पूंजी की तरह है, जो आपको गाढ़े समय में काम आता है। अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है तो बिना किसी दिक्कत के बेहतर शर्तों के साथ कर्ज मिल सकता है। यदि, सिबिल स्कोर खराब होने की स्थिति में लोन मिलने में परेशानी होती है। जरूरत के समय मुश्किल खड़ी हो जाती है। आइए जानते हैं कि आप सिबिल स्कोर कैसे चेक कर सकते है और यदि आपका सिबिल स्कोर खराब हो गया है, तो कैसे उसे सुधारा जा सकता है। कई बार हमें अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है। कोई मेडिकल इमरजेंसी हो गई हो, घर बनवाना हो या फिर प्लाट खरीदना हो, हमें अक्सर कर्ज लेने की जरूरत पड़ती है।

सुरक्षा चाहते हैं तो अच्छा रखें सिबिल स्कोर

ऐसे में आपको आसानी से कर्ज तभी मिल सकता है जब आपका सिबिल स्कोर अच्छा हो। यानी, आज के समय में अगर आप वित्तीय सुरक्षा चाहते हैं तो आपको अपना सिबिल स्कोर अच्छा रखना बेहद जरूरी है। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि आपका सिबिल स्कोर क्या है और अगर यह खराब है, तो इसे कैसे सुधारा जा सकता है। क्रेडिट इन्फार्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (सिबिल) साख की सूचना देने वाली कंपनी है। इसे रिजर्व बैंक (आरबीआई) से लाइसेंस मिला है।

कंपनी की रेटिंग को ही कहते हैं सिबिल स्कोर

कंपनी विभिन्न कंपनियों के साथ-साथ आम लोगों की कर्ज से जुड़ी गतिविधियों पर निगरानी करती है। इसकी रेटिंग को ही सिबिल स्कोर कहा जाता है। इसका मतलब है कि सिबिल स्कोर या सिबिल रेटिंग एक पैमाना होता है, जिससे पता चलता है कि लोन लेने और उसे वापस चुकाने के लिहाज से आपका रिकॉर्ड कैसा है। सिबिल क्रेडिट रेंटिंग 300 से 900 के बीच होती है। 300 से 600 का मतलब है कि आपका इतिहास लोन चुकाने के लिहाज से बहुत खराब है। जबकि, 750 से 900 का सिबिल स्कोर बताता है कि आपका कर्ज लौटाने का रिकॉर्ड शानदार है।

सुधारा भी जा सकता है सिबिल स्कोर

इसका मतलब है कि अगर आपका सिबिल स्कोर 300 से 600 रुपए के बीच है तो आपको कर्ज मिलने में कोई परेशानी होगी, लेकिन 750 से 900 के बीच के सिबिल स्कोर का मतलब है कि आपको आसानी से कर्ज मिल जाएगा। अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से कम आया, तो आपको कर्ज मिलने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यह भी संभव है कि आपको क्रेडिट कार्ड भी नहीं मिले। लेकिन, अच्छी बात यह है कि सिबिल स्कोर को सुधारा भी जा सकता है। नीचे कुछ उपाय दिए गए हैं, जिनका सहारा लेकर आप अपना सिबिल स्कोर सुधार सकते हैं।

ईएमएआई का भुगतान हमेशा समय पर करें

आइए जानते हैं सिबिल स्कोर सुधारने के क्या उपाय हैं। अगर आप समय पर कर्ज नहीं चुकाते हैं, तो इसका सिबिल स्कोर पर बुरा असर पड़ता है। इस लिए ईएमएआई का भुगतान हमेशा समय पर करना चाहिए। इसमें देरी पर न सिर्फ पेनल्टी लगती है, बल्कि क्रेडिट स्कोर भी कम होता है। जब आप लोन लें तो आपके पास होम लोन और कार लोन जैसे सिक्योर्ड लोन के साथ पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड जैसे अनसिक्योर्ड लोन का ठीकठाक तालमेल होना चाहिए। बैंक और एनबीएफसी अमूमन सिक्योर्ड लोन वालों को ज्यादा पसंद करते हैं।

तय तिथि से पहले ही कीजिए क्रिडिट कार्ड का भुगतान

अगर आपके पास अनसिक्योर्ड लोन ज्यादा हैं, तो अच्छे क्रेडिट बैलेंस के लिए पहले उनका भुगतान कर देना चाहिए। अगर आपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया है, तो कोशिश कीजिए कि उसे तय तारीख से पहले ही भर दीजिए। यह आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए अच्छी योजना हो सकती है। अगर आपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया है, तो कोशिश कीजिए कि वह तय तारीख से पहले भर दी जाए। यह आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए अच्छी योजना हो सकती है।

दूसरों के लोन का गारंटर बनने से परहेज करें

इसके साथ ही आपको ज्वाइंट खाता खुलवाने या किसी के लोन का गारंटर बनने से परहेज करना चाहिए। अगर दूसरी पार्टी डिफॉल्ट करती है, तो उससे आपका भी सिबिल स्कोर खराब हो सकता है। यह भी ध्यान रखने की बात है कि आपको एक साथ कई लोन नहीं लेने चाहिए। अगर आप दूसरा लोन लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले पहले वाला कर्ज खत्म कीजिए, इसके बाद दूसरा लोन लीजिए। इससे क्रेडिट स्कोर बढ़ाने में मदद मिलेगी।

हर माह क्रेडिट लिमिट का 30 फीसदी ही खर्च करें

इसके साथ ही यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का पूरा इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो आप अपना क्रेडिट स्कोर जल्दी बेहतर कर सकते हैं। कोशिश कीजिए कि हर माह क्रेडिट लिमिट का सिर्फ 30 फीसदी ही खर्च हो। इससे ज्यादा के खर्च से जाहिर होता है कि आप पर निर्भरता अधिक है। इसके साथ ही आपको कर्ज लेते समय रीपेमेंट के लिए लंबी अवधि चुननी चाहिए। इससे ईएमआई कम रहेगी और आपको कर्ज चुकाने के लिए लंबा समय भी मिल जाएगा। इसमें डिफॉल्टर होने की गुंजाइश कम रहेगी और आपका सिबिल स्कोर बेहतर होता जाएगा। क्रेडिट स्कोर सुधारने में कितना समय लगता है? अगर आप समय पर कर्ज चुकाते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर 4 से 13 महीनों में बेहतर हो सकता है।

ऐसे चेक कीजिए अपनी सिबिल स्कोर

  • सबसे पहले वेबसाइट- https://www.cibil.com/पर जाइए।

  • इसके बाद 'Get your CIBIL Score' पर क्लिक कीजिए।

  • इसके बाद अपना नाम, ई-मेल आईडी और पासवर्ड टाइप कीजिए।

  • एक आईडी प्रूफ सब्मिट कीजिए। फिर पिन कोड, जन्म तिथि और फोन नंबर दर्ज कीजिए।

  • इसके बाद 'accept and continue' पर क्लिक कीजिए।

  • इसके बाद आपके रजिस्टर्ड फोन नंबर पर ओटीपी मिलेगा। उस टाइप करें और 'Continue' विकल्प चुनें।

  • इसके बाद go to dashboard सेलेक्ट कीजिए और अपना क्रेडिट स्कोर जांचिए।

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