चालू साल के नवंबर महीने में 15 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 1.68 लाख करोड़ रुपए रहा जीएसटी कलेक्शन
हाईलाइट्स
सालाना आधार पर 15% की उच्चतम विकास दर हासिल की।
जीएसटी के रूप में 1,67,929 करोड़ रुपये राजस्व एकत्र किया।
भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रमुख ताकत बना जीएसटी संग्रह।
राज एक्सप्रेस। भारत ने नवंबर माह में जीएसटी याने वस्तु एवं सेवा कर के रूप में 1,67,929 करोड़ रुपये राजस्व एकत्र किया है। इस सकल राजस्व संग्रह में सीजीएसटी के रूप में 30,420 करोड़ रुपये, एसजीएसटी के रूप में 38,226 करोड़ रुपये, आईजीएसटी के रूप में 87,009 करोड़ रुपये (इसमें आयातित वस्तुओं से मिलने वाले 39,198 करोड़ रुपये शामिल हैं), और उपकर के रूप में 12,274 करोड़ रुपये ( इसमें आयातित वस्तुओं से मिलने वाले 1,036 करोड़ रुपये शामिल हैं) भी शामिल हैं।
सरकार ने आईजीएसटी से सीजीएसटी को 37,878 करोड़ रुपये और एसजीएसटी को 31,557 करोड़ रुपये आवंटित किए। नियमित निपटान के बाद, केंद्र और राज्यों ने नवंबर 2023 में क्रमशः 68,297 करोड़ रुपये और 69,783 करोड़ रुपये एकत्र किए। तुलनात्मक रूप से, नवंबर 2023 के राजस्व में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 15% की वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, मासिक जीएसटी संग्रह में यह सालाना आधार पर सबसे अधिक वृद्धि है।
नवंबर 2022 में समान स्रोतों से राजस्व की तुलना में घरेलू लेनदेन (आयातित सेवाओं सहित) में 20% की वृद्धि हुई। विशेष रूप से, यह वित्त वर्ष 2023-24 में छठा उदाहरण है जहां सकल जीएसटी संग्रह 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। वित्त वर्ष 2023-24 का सकल जीएसटी संग्रह नवंबर 2023 तक 13,32,440 करोड़ रुपये है, जो औसतन 1.66 लाख करोड़ रुपये मासिक है।
मजबूत जीएसटी संग्रह भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत के लिए एक प्रमुख आर्थिक माप के रूप में काम करता है। वस्तु एवं सेवा कर, एक अप्रत्यक्ष कर सुधार, जुलाई 2017 में पेश किया गया था। वित्तीय वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के लिए उम्मीद से बेहतर जीडीपी डेटा जारी होने के एक दिन बाद जीएसटी डेटा बेहद उत्साहजनक है। वित्त वर्ष 2024 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था अनुमान से बेहतर 7.6% की मजबूत दर से बढ़ी है।
लचीली जीडीपी वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्माण, निर्माण और खनन द्वारा संचालित थी। विश्लेषकों का मानना है कि भले ही आने वाली तिमाहियों में जीडीपी वृद्धि दर धीमी रहे, लेकिन वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में बनी रहेगी। अधिकांश एजेंसियों ने भारत के लिए अपने पूरे वर्ष के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि का अनुमान बढ़ा दिया है।
विशेषज्ञों के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष के बाकी माह में जीएसटी कलेक्शन 2 लाख करोड़ रुपए के जादुई आंकड़ें को छू सकता है। केंद्र सरकार ने टैक्स चोरी के नियमों को काफी सख्त कर दिया है। जिसकी वजह से टैक्स चोरी रुकी है। जीएसटी का भुगतान करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से आने वाले महीने में जीएसटी संग्रह 2 लाख करोड़ रुपए की सीमा को भी पार कर सकता है।
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