देश को दुनिया के शीर्ष ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करना सरकार का मिशन : गडकरी
हाईलाइट्स
वैकल्पिक प्रौद्योगिकियों की ओर तेजी से आगे बढ़ें वाहन निर्माता
इलेक्ट्रिक, हाइड्रोजन, फ्लेक्स फ्यूल आदि में निवेश बढ़ाना जरूरी
12.5 लाख करोड़ के सेक्टर को 25 लाख करोड़ तक ले जाना लक्ष्य
राज एक्सप्रेस । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वाहन निर्माताओं से वैकल्पिक प्रौद्योगिकियों जैसे इलेक्ट्रिक, हाइड्रोजन, फ्लेक्स फ्यूल आदि में निवेश और विस्तार में तेजी लाने के लिए कहा है। आटो मोबाइल सेक्टर तेजी से बदल रहा है। लोग अब तेजी से ईवी अपना रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने वाहन निर्माताओं से परिहास के मूड में आग्रह किया कि वे तेजी से ईवी को अपनाएं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनकी बस न चूकने पाए। उन्होंने बताया कि जिस तरह से ऑटोमोबाइल की संख्या बढ़ रही है, इस क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं। चार साल पहले तक, हर किसी के मन में ईवी को लेकर आशंकाएं थीं।
नितिन गडकरी ने कहा अब अब ऐसा नहीं है। अब ईवी से जुड़ी लगभग सभी आशंकाएं खत्म हो चुकी हैं। उन्होंने शीर्ष पांच कार निर्माताओं में से एक की ओर इशारा करते हुए कहा, जो कंपनियां ईवी में निवेश करने के अपने फैसले में हिचके के साथ आगे नहीं बढ़ी वे अब पछता रही हैं। 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में गडकरी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य भारत के ऑटो सेक्टर को मौजूदा 12.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 25 लाख करोड़ रुपये का उद्योग बनाना है। जब देश 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा, तो इसे दुनिया का नंबर एक उद्योग बनाना है।
गडकरी ने कहा यह वह उद्योग है जो पहले ही 4 करोड़ नौकरियां पैदा कर चुका है और राज्य और केंद्र सरकारों के जीएसटी में बड़ा योगदान देता है। इसलिए, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को आत्मनिर्भर और 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की योजना के हिस्से के रूप में, इसे 25 लाख करोड़ रुपये का उद्योग बनाना हमारा मिशन है। गुजरात, जिसने पिछले कुछ वर्षों में कई ऑटो क्लस्टर देखे हैं, उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
गडकरी ने वाहन निर्माताओं से वैकल्पिक प्रौद्योगिकियों जैसे इलेक्ट्रिक, हाइड्रोजन, फ्लेक्स फ्यूल आदि में निवेश और विस्तार में तेजी लाने के लिए कहा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे बस न चूकें । उन्होंने बताया कि जिस तरह से ऑटोमोबाइल की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए समझा जा सकता है कि इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं मौजूद हैं। चार साल पहले तक, हर किसी के मन में ईवी को लेकर आशंकाएं थीं। लेकिन अब लोग तेजी से ईवी की तरफ जा रहे हैं।
गडकरी ने शीर्ष पांच कार निर्माताओं में से एक की ओर इशारा करते हुए कहा, जो कंपनियां ईवी में निवेश करने के अपने निर्णय में पर्याप्त रूप से आगे नहीं आ रही थीं, अब देखा जा सकता है कि वे अब पछता रही हैं। इस बीच, गडकरी ने बताया कि उनके मंत्रालय ने गुजरात के आगामी गिफ्ट (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक) सिटी में पॉड टैक्सी चलाने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करना शुरू कर दिया है।
गडकरी के मंत्रालय ने देश की पीआरटी प्रणाली के लिए मानकों को विकसित करने के लिए पहले ही एक विशेष समिति का गठन किया है। डीपीआर की स्थापना उस लक्ष्य की दिशा में एक कदम है। पीआरटी प्रणाली या पॉड कार या पॉड टैक्सी, एक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली है जिसमें छोटे, स्वचालित वाहन होते हैं जो विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए गाइडवे के नेटवर्क पर चलते हैं। ड्राइवरलेस पॉड का उपयोग आम तौर पर एक समय में चार से छह लोगों की नॉन-स्टॉप, पॉइंट-टू-पॉइंट यात्रा के लिए किया जाता है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।