राज एक्सप्रेस। कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर के देशों की अर्थव्यवस्था लगातार बिगड़ती ही चली जा रही है। वहीं, भारत में भी 21 दिनों के लॉकडाउन के तहत आर्थिक मंदी का माहौल छा गया है। इन हालातों में कुछ सुधार लाने के लिए अब रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) को सुझाव देंगे।
किस प्रकार देंगे IMF को मदद :
दरअसल, कोरोनावायरस के कारण देश के हालात लगातार बिगड़ते चले जा रहे हैं। इन हालातों को संभालने के लिए इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) ने कई देशों के सलाहकारों के एक समूह का गठन किया है। इस समूह में भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन सहित सलाहकारों को शामिल किया गया है। इस गठित समूह के चलते ही IMF के सामने अपनी सलाह की पेशकश करेंगे।
रघुराम राजन का कार्यकाल :
याद दिला दें कि, रघुराम राजन RBI के पूर्व गवर्नर है और उन्होंने 3 साल तक RBI में गवर्नर का पद संभाला है। राजन का कार्यकाल RBI से साल 2016 के सितंबर माह में समाप्त हो गया था। वर्तमान में वह शिकागो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर का पद संभाल रहे हैं। रघुराम राजन के कार्यकाल समाप्त होने के बाद RBI के गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल को चुना गया।
IMF का कहना :
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड की प्रमुख क्रिस्टीना जॉर्जीवा का कहना है कि, भारत के पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन सहित अन्य 11 अर्थशास्त्रियों को बाहरी सलाहकार समूह का सदस्य बनाया गया है। जिससे आर्थिक मंदी को संभालने में मदद मिलेगी। IMF द्वारा गठित किए गए ग्रुप में सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री तारमण षणमुगरत्नम, मैसचुएट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी की प्रफेसर क्रिस्टीन फोर्ब्स, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रुड, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व डिप्टी महासचिव लॉर्ड मार्क मलोक ब्राउन भी इस ग्रुप में शामिल है।
क्या करेगा यह ग्रुप :
IMF द्वारा संगठित किया गए ग्रुप के यह सलाहकार IMF के प्रमुख को सलाह देने का कार्य करेंगे। वहीं, दुनियाभर में बिगड़ते हालातों बदलावों और नीतिगत मुद्दों की समीक्षा करेंगे। इन हालातों को मद्देनजर रखते हुए यह उनसे निपटने के लिए सुझाव देंगे।
IMF प्रमुख का कहना :
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड की प्रमुख क्रिस्टीना जॉर्जीवा का कहना है कि, कोरोनावायरस महामारी के कारण सामने आई चुनौतियों से पहले ही उसके सदस्य देश में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण उत्पन्न हुए हालातों से लड़ रहे हैं। जिस तरह के हालात दुनिया भर में बन गए हैं, उनसे निपटने के लिए कोई कड़ा कदम उठाना बहुत जरूरी हो गया है। हमें IMF के अंदरूनी स्त्रोतों के साथ ही बाहरी स्रोतों के सलाहकारों और विशेषज्ञों की जरूरत है। मुझे खुशी है कि, हालातों को संभालने के लिए इस दिशा में अपनी सेवा प्रदान करने और IMF का साथ देने के लिए काफी एक्सपीरियंस होल्डर लोगों से लेकर बाजार और निजी क्षेत्र के भी दिग्गज विशेषज्ञ हमें उचित सलाह देने के लिए हमारे साथ आए हैं।
पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना :
इस मामले को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि, वह भारत पर दिन प्रतिदिन बढ़ते कोरोनावायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए मदद करने को तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि, यदि देश उनसे मदद मांगेगा तो उनका एक ही जवाब होगा 'हां'। उन्होंने आर्थिक मंदी को लेकर कहा कि, दुनिया गहरी मंदी में आ गई है, मुझे उम्मीद है कि, हमें अगले साल तक आर्थिक सुधार देखने को मिल सकता है, लेकिन यह भी आर्थिक सुधार करने के लिए उठाए गए कदमों पर निर्भर करेगा।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।