पाकिस्तान। पिछले साल पाकिस्तान में टमाटर और सब्जियों के भाव ने आफत मचाया थी इस साल आटे की कीमतें सताती नजर आ रही हैं। दरअसल, पाक में आटे की कीमतें इतनी अधिक बढ़ गई है कि, इन कीमतों के चलते पाक सरकार को कैबिनेट की बैठक बुलानी पड़ गई। इसके अलावा नौबत तो यहां तक आ पहुंची है कि, पाक को विदेशों से गेहूं मंगवाना पड़ेगा।
पाक में आटे की कीमतें :
दरअसल, पाकिस्तान में अचानक आटे की कीमतों में आई बढ़ोतरी से पाक सरकार हैरान परेशान नजर आ रही है। पाक सरकार ने गेहूं की पाक में भरपूर पैदावार होने के बावजूद देश में हो रही कालाबाजारी के कारण को गेहूं की किल्लत हो रही है और कीमतें बढ़ रही हैं। ऐसे में पाक सरकार के पास विदेशों से गेहूं मंगवाने के आलावा कोई रास्ता नहीं बच रहा है। बता दें पाक में आटे की कीमत आज 54 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाक के खुले बाजार में आटा मिलों में आटे की कीमतों में चार रुपये तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
कैबिनेट की बैठक :
बताते चलें, आटे की 54 रुपये प्रति किलोग्राम तक की कीमतें करांची के बाजार की है, जबकि पाक के पंजाब के कई शहरों में आटे की 20 किलो की बोरी की कीमत 1030-1050 रुपये तक में मिल रहा हो और अन्य राज्यों में आटे की कीमतें इससे भी ज्यादा ही है। खबरों के अनुसार, पाकिस्तान सरकार को आम आदमी सामने खड़ी हो रही इस आटे की समस्या को देखते हुए इस मामले को लेकर कैबिनेट की बैठक बुलाई और बाहर से गेहूं मंगाने के आदेश दिए। जिससे कीमतों में जारी बढ़ोतरी पर कुछ लगाम लगाई जा सके। बता दें पाक में अप्रैल से लेकर अब तक आटे की कीमतों में 18.50 रुपये तक की बढ़ोतरी हो चुकी है।
गेहूं की कालाबाजारी :
खबरों के अनुसार पाकिस्तान में गेहूं की कालाबाजारी की जाती है। जिसके तहत मिल मालिक ही गेहूं की कालाबाजारी करते हैं। पंजाब और खैबर पख्तूनवाला में गेहूं की स्मगलिंग होने की भी आशंका जताई गई है। यही कारण की पाक में आटे की कीमतें आसमान छू रही है। जबकि पाक में अप्रैल में लाए गए विधेयक के अनुसार 32 जरूरी वस्तुओं की कालाबाजारी करने वाले को तीन साल की सजा और जब्त वस्तुओं पर 50 फीसदी जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इस विधेयक के बाबजूद भी यहाँ गेहूं की कालाबाजरी पर रोक नहीं लग पा रही है।
आयात को मंजूरी मिलने से और महंगा होगा गेहूं :
हालांकि, सरकार ने अब मजबूरी में गेहूं के आयात को मंजूरी दी है। सरकार का मानना है कि, इस फैसले से हालातों पर काबू किया जा सकता है। बता दें, गेहूं के आयात को मंजूरी मिलने से पाक में गेहूं और महंगा हो जाएगा। जिससे पाक को इस साल पहले से काफी ज्यादा विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ सकती है। पाक ने फिलहाल गेहूं के आयात को लेकर रूस और यूक्रेन 1,20,000 टन मंगाने की मंजूरी मिल दी गई है, जिसमें प्रति टन इसकी कीमत 220-232 डॉलर का खर्चा होगा।
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