हर्षवर्धन लूनिया ने 2014 में की थी लेंडिंगकार्ट की स्थापना
हर्षवर्धन ने मुकुल के साथ मिलकर शुरू किया था फिनटेक स्टार्ट-अप
लेंडिंगकार्ट ने वर्ष 2022-23 में 116 करोड़ रुपए का लाभ कमाया
रोज एक्सप्रेस। 42 साल के हर्षवर्धन लूनिया, चार्टर्ड अकाउंटेंट और उद्यमशील परिवारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं। उन्होंने कम उम्र में ही छोटे व्यवसायों के संघर्षों को देखा है। अपने करियर की शुरुआत में ही उन्होंने देखा था कि छोटे उद्यमों को संस्थागत वित्तीय सहायता मिलने में कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। यही वजह रही कि उन्होंने 2014 में अपने सहपाठी मुकुल सचान के साथ मिलकर फिनटेक स्टार्ट-अप लेंडिंगकार्ट की स्थापना की। इस पहल के माध्यम से उनका लक्ष्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को नवीन तकनीकी समाधानों पर आधारित वित्तीय सहायता को आसान बनाना था।
पिछले एक दशक में फिनटेक स्टार्ट-अप लेंडिंगकार्ट ने शानदार कारोबार किया है। हालाँकि 2019 में उनके संस्थापक सहयोगी मुकुल सचान अहमदाबाद स्थित इस कंपनी से अलग हो गए। इसके बाद भी लेंडिंगकार्ट का विकास निरंतर जारी रहा। लूनिया के नेतृत्व में कंपनी ने वित्त वर्ष 23 में अब तक का सर्वाधिक लाभ (पीएटी) और कुल आय दर्ज की है। बीटी-केपीएमजी सर्वश्रेष्ठ बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां सर्वेक्षण 2022-23 में लेंडिंगकार्ट को ऋण देने वाली सर्वश्रेष्ठ फिनटेक कंपनी के रूप में सम्मानित किया गया है।
शुरुआत में फिनटेक स्टार्ट-अप लेंडिंगकार्ट सीधे तौर पर उधार देने पर ध्यान केंद्रित करती थी। लेकिन, बाद के समय में कंपनी ने महसूस किया कि केवल प्रत्यक्ष उधार देकर एमएसएमई क्षेत्र के विशाल ऋण अंतर को पूरा नहीं किया जा सकता। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा एनबीएफसी के रूप में पंजीकृत लेंडरकार्ट के संस्थापक का कहना है कि इसी चुनौती को ध्यान में रखते हुए हमने बैंकों और एनबीएफसी के साथ सह-वित्तपोषण (को-लेंडिंग) भागीदारी की ओर जाने की योजना बनाई है।
वर्तमान में हमारे 80% से अधिक कारोबार को-लेंडिंग मॉडल के माध्यम से ही किए जाते हैं। फिनटेक के प्रमुख सह-वित्तपोषण भागीदारों में पंजाब नेशनल बैंक, कैनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, आदित्य बिड़ला कैपिटल और यू ग्रो कैपिटल जैसे नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि भारतीय रिज़र्व बैंक की एमएसएमई पर गठित विशेषज्ञ समिति ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में इस क्षेत्र में लगभग 20-25 लाख करोड़ रुपये के ऋण अंतर का अनुमान लगाया है।
आंकड़ों के अनुसार फिनटेक स्टार्ट-अप लेंडिंगकार्ट अब तक 232 मिलियन डॉलर जुटा चुका है। कंपनी के निवेशकों में फुलर्टन फाइनेंशियल होल्डिंग्स, बर्टेल्समन, मेफील्ड इंडिया, साम कैपिटल, सिस्टेमा एशिया और इंडिया क्वोटिएंट शामिल हैं। वित्त वर्ष 23 में कंपनी ने 141 करोड़ रुपये के घाटे की तुलना में 116 करोड़ रुपये का लाभ कमाया है। वहीं, कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 28.95% की वृद्धि के साथ 824 करोड़ रुपये हो गई है।
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