Share markte
Share markteRaj Express

अनुकूल वैश्विक संकेतों, एफपीआई की खरीदारी व घरेलू निवेशकों की दिलचस्पी ने सेंसेक्स और निफ्टी को दी नई ऊंचाई

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआईज) की लगातार खरीदारी और सकारात्मक वै​श्विक संकेतों की वजह से शेयर बाजार में जबर्दस्त तेजी का सिलसिला जारी है।
Published on

राज एक्सप्रेस । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआईज) की लगातार खरीदारी और सकारात्मक वै​श्विक संकेतों की वजह से शेयर बाजार में जबर्दस्त तेजी का सिलसिला जारी है। बीएसई और एनएसई बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को पिछले तीन माह में सबसे में बड़ी एक दिवसीय उछाल दर्ज की गई है। तेजी के इस दौर में दोनों सूचकांक अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर जा पहुंचे हैं। निफ्टी 217 अंक या 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 19,189 पर बंद हुआ। यह रिकार्ड है क्योंकि निफ्टी पहली बार 19,000 के ऊपर बंद हुआ है। इसी तरह सेंसेक्स 830 अंक या 1.26 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 64,719 पर बंद हुआ है। दोनों सूचकांकों में 31 मार्च के बाद सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की गई है।

शेयर बाजार में अचानक कैसे आई तेजी

आइए समझने का प्रयास करें, शेयर बाजार में यह तेजी अचानक कैसे आई है। दरअसल, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकी ओर से निवेश का नया प्रावाह आया। उन्होंने 6,400 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी कर डाली। अनेक अनुकूल संकेतों को देखते हुए देशी संस्थागत निवेशकों ने भी 1,200 करोड़ रुपये की खरीदारी कर डाली। इसी वजह से शेयर बाजार लगातार चौथे माह बढ़त पर बंद हुआ। बीते तीन कारोबारी सत्रों में तेजी की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी इस महीने करीब 3.5-3.5 फीसदी चढ़कर बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप का प्रदर्शन भी बेहतर रहा है और जून में इनमें 6-6 फीसदी की तेजी आई है।

अनुमान से कम रहे यूरोप में मुद्रा स्फीति के आंकड़े

यूरोप में मुद्रास्फीति के आंकड़े अनुमान से कमजोर रहे। इस कारण निवेशकों ने उत्साह दिखाया और ज्यादातर यूरोपीय बाजार एक फीसदी से ज्यादा चढ़ गए। यूरो जोन में मुद्रास्फीति कम होकर 5.5 फीसदी रह गई है। इससे संकेत मिलता है कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) मौद्रिक नीति में सख्ती और ब्याज दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी कर सकता है।

कम होती दिख रही है मुद्रास्फीति व ब्याज दरों की चिंता

मुद्रास्फीति और ब्याज दरों की चिंता कम होती दिख रही है। अप्रैल-मई के तिमाही नतीजे भी उम्मीद से कुछ बेहतर दिखाई दे रहे हैं। इससे आने वाले समय में कंपनियों की आय में अच्छी वृद्धि की आशा को बल मिलता है। बाजार में नकदी का प्रवाह भी मजबूत बना हुआ है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक अप्रैल-जून तिमाही में 10 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश कर चुके हैं। इसके साथ ही देसी निवेशक एसआईपी के जरिए अच्छा निवेश कर रहे हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार विस्तारित फलक पर कुल मिलाकर सकारात्मक खबरें रहीं और अमेरिका के भी आंकड़े अनुकूल रहे। इससे बाजार में उत्साह बढ़ा है। अमेरिका में पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़ों में अनुकूल संशोधन, बेरोजगारी में कमी तथा अमेरिकी बैंकों के दबाव परीक्षण का सकारात्मक नतीजा आने से वै​श्विक निवेशकों का हौसला बढ़ा है।

वै​श्विक बाजारों में तेजी और अच्छे मॉनसून से निवेशकों में उत्साह

वै​श्विक बाजारों में तेजी और मॉनसून की गति अच्छी दिखाई देने से उत्साहित देसी बाजार नई ऊंचाइयों पर जा पहुंचा है। बढ़त का आलम यह है कि सेंसेक्स में दो शेयरों को छोड़कर सभी बढ़त पर बंद हुए हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा में 4.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक और सन फार्मा 3-3 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ। निफ्टी में केवल 10 शेयर नुकसान में रहे और अदाणी पोर्ट्स एंड सेज में सबसे ज्यादा 2.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। बांबे स्टाक एक्सचेंज मिडकैप में 0.7 फीसदी और स्मॉलकैप में 0.5 फीसदी की तेजी देखने में आई।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com