राज एक्सप्रेस। फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा है कि सोशल नेटवर्क पर कोरोना वायरस (कोविड-19) की उत्पत्ति की जांच और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के बाद हमने अपने प्लेटफॉर्म से उन पोस्ट को नहीं हटाने का निर्णय लिया है जो यह कहती हैं कि कोरोना वायरस को कृत्रिम तरीके से बनाया गया है।
यह घोषणा वॉल स्ट्रीट जर्नल के रविवार के उस लेख के बाद की गई है जिसमें अमेरिकी खुफिया एजेंसी का हवाला देते हुए बताया गया था कि चीन के वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के तीन शोधकर्ता नवंबर में बीमार हो गए थे। चीनी विदेश मंत्रालय ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को यह कहते हुए खारिज कर दिया गया कि इस रिपोर्ट में कोई वास्तविकता नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को वायरस की उत्पत्ति की खुफिया समीक्षा करने का आदेश दिया है।
प्रवक्ता ने बुधवार को कोरोना वायरस के बारे में दी जा रही गलत जानकारी के संदर्भ में कहा कि कोविड-19 की उत्पत्ति की मौजूदा जांच और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के बाद हमने इस दावे को अब अपने प्लेटफॉर्म से नहीं हटाने का निर्णय लिया है, जो यह कहते है कि कोरोना वायरस मानव निर्मित है।
मध्य चीनी प्रांत हुबेई में स्थित वुहान में दिसम्बर 2019 को कोरोना को पहला मामला सामने आया था। बाद में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस क्षेत्र में कई तथ्य-खोजने का मिशन शुरू किया और मार्च में एक पूरी रिपोर्ट जारी की जिसमें यह निष्कर्ष निकाला गया कि प्रयोगशाला से इस तरह के वायरस का बाहर आना 'बेहद असंभव' है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला यह वायरस चमगादड़ से दूसरे जानवर के जरिए इंसानों तक पहुंचा है।
डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।
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