अक्टूबर में 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंची खुदरा मुद्रास्फीति
अक्टूबर में 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंची खुदरा मुद्रास्फीतिसांकेतिक चित्र

अक्टूबर में 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंची खुदरा मुद्रास्फीति

अक्टूबर में महंगाई भारत में 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। इस बात का अंदाजा भारत सरकार द्वारा जून महीने की 'खुदरा महंगाई दर' (RPI) के आंकड़े जारी करने से हुआ है।
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Retail Inflation Rate : वैसे तो यह साल पिछले दो सालों की तुलना में काफी बेहतर साबित हुआ है। इस साल कोरोना के केसों में भी काफी कमी दर्ज हुई है और अर्थव्यवस्था में भी काफी सुधार देखने को मिला, लेकिन महंगाई इस साल भी जमकर बढ़ी है। साल की शुरुआत में खुदरा महंगाई दर (RPI) आसमान छूती हुई नजर आ रही थी, लेकिन अब कुछ राहत है क्योंकि, अक्टूबर में महंगाई भारत में 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। इस बात का अंदाजा भारत सरकार द्वारा अक्टूबर महीने की 'खुदरा महंगाई दर' (RPI) के आंकड़े जारी करने से हुआ हैं।

अक्टूबर में खुदरा महंगाई की दर :

दरअसल, देश में अब तक महंगाई तेजी से बढ़ चुकी है, जिससे आम जनता की मुश्किलें बढ़ी ही हैं, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि, जल्द ही देश को महंगाई से कुछ राहत मिलने के असार है। ऐसा इसलिए क्योंकि, अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर (Consumer Price Index) में गिरावट देखने को मिली है और खुदरा महंगाई की दर गिरकर 6.77% पर आ गई है। जबकि, सितंबर में महंगाई की दर का यह आंकड़ा 7.41% पर था थी। वहीँ, अगस्त की बात करें तो यह 7% पर थी। इसके अलावा भी बीते महीनो में महंगाई दर ऐसी ही देखी गई है। इस प्रकार अक्टूबर में यह 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है।

RBI का मानक 6% से ऊपर :

खुदरा महंगाई के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद भी CPI लगातार 10वें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्धारित मानक 6% से ऊपर बना रहा। केंद्र सरकार ने रिज़र्व बैंक को मार्च 2026 को समाप्त होने वाली पांच साल की अवधि के लिए खुदरा मुद्रास्फीति को 4% पर 2 % के मार्जिन के साथ बनाए रखने का आदेश दिए है। ज्ञात हो, CPI डेटा पर RBI द्वारा मुख्य रूप से अपनी द्विमासिक मौद्रिक योजना तैयार करते समय ध्यान दिया जाता है। खुदरा मुद्रास्फीति को 6% के दायरे से नीचे रखने में विफल रहने पर रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ( Monetary Policy Committee- MPC) ने इस महीने की शुरुआत में सरकार को भेजी जाने वाली रिपोर्ट का कांट्रेक्ट तैयार करने के लिए एक विशेष ऑफ-साइकिल बैठक की थी।

अक्टूबर में थोक महंगाई दर :

यदि अक्टूबर में थोक महंगाई की दर के आंकड़ो पर नज़र डालें तो, इसमें भी काफी गिरावट दर्ज हुई है और यहां भी सितंबर की तुलना में गिरावट दर्ज हुई है। अक्टूबर में थोक महंगाई दर के आंकड़े 8.39% रहे। थोक महंगाई दर के यह आंकड़े पूरे 19 महीने बाद दर्ज हुए है। थोक महंगाई दर दहाई के आंकड़े से कम हुई है। सितंबर में थोक महंगाई दर 10.7% पर थी, जबकि अगस्त में 12.41% पर थी। थोक महंगाई दर में गिरावट के कारण खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में कमी आ सकती हैं। वहीं, खाद्य महंगाई दर की बात करें तो, इसमें भी गिरावट दर्ज हुई है यह गिरकर 6.48% पर आ गई है जबकि, सितंबर में खाद्य महंगाई दर 8.08% पर रही थी।

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