गेंहूं उत्पादन में अब तक नहीं दिखा तापमान बढ़ने का कोई असर, इस बारे में फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी : तोमर
राज एक्सप्रेस। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि इस बार गर्मी जल्दी शुरू होने का गेहूं की फसल पर अब तक कोई प्रभाव नहीं दिखाई दिया है। उन्होंने कहा इस बारे में कोई भी अनुमान लगाना फिलहाल जल्दबाजी कही जाएगी। मध्य प्रदेश जैसे कुछ राज्यों में गेंहू की कटाई शुरू होने के दौरान क्या गेहूं उत्पादन में क्या कोई कोई प्रतिकूल प्रभाव देखा गया है, इस सवाल के जवाब में नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कृषि के सामने मौसम संबंधी चुनौतियां हमेशा आती रहती हैं। उन्होंने कहा मैं समझता हूं कि फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा हाल के दिनों में तापमान बढ़ने का असर गेंहूं के उत्पादन पर पड़ा है इस बारे में, कुछ भी कहना अभी ठीक नहीं होगा।
अध्ययन के लिए 20 फरवरी को गठित की गई समिति
नई दिल्ली में ‘प्लांट बेस्ड फूड इंडस्ट्री एसोसिएशन' (पीबीएफआईए) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा हमारे देश में गेहूं एक प्रमुख रबी फसल है। सरकार ने 20 फरवरी को तापमान में असामान्य वृद्धि और गेहूं की फसल पर इसके प्रभाव से उत्पन्न स्थिति की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा इसके साथ ही फसलों को बचाने के लिए कृषक समुदाय के लिए जरूरी सलाह भी जारी की गई थी। समिति बनाने का निर्णय देश के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने के कारण लिया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 2021-22 में भारत में गेहूं का उत्पादन पिछले वर्ष के 10 करोड़ 95.9 लाख टन से घटकर 10 करोड़ 77.4 लाख टन रह गया। इसकी प्रमुख वजह कृषि विशेषज्ञों ने उत्पादक राज्यों में लू का चलना बताया था। घरेलू उत्पादन में मामूली गिरावट और केंद्रीय पूल के लिए एफसीआई की खरीद में तेज गिरावट के बाद केंद्र सरकार ने पिछले साल मई में बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इस बार 11 करोड़ 21.8 लाख टन गेहूं उत्पादन का अग्रिम अनुमान
सरकार ने कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार 2022-23 फसल वर्ष में रिकॉर्ड 11 करोड़ 21.8 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है। इस महीने की शुरुआत में, खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा था अगले दो हफ्तों में गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाने वाली लू चलने की आशंका नहीं है, जो गेंहू में दाने के गठन की एक महत्वपूर्ण अवधि होती है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के निदेशक एके सिंह के अनुसार 35 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान गेहूं की फसल के लिए चिंता का विषय नहीं है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।