CCI के निशाने पर दूसरी बार आई Google कंपनी, लगाया भारी जुर्माना
CCI के निशाने पर दूसरी बार आई Google कंपनी, लगाया भारी जुर्मानाSocial Media

CCI के निशाने पर दूसरी बार आई Google कंपनी, लगाया भारी जुर्माना

CCI ने IT कंपनी 'गूगल' (Google) के खिलाफ बड़ी कार्यवाई करते हुए जुर्माना लगाया था। वहीँ, ठीक एसी ही कार्यवाई CCI ने एक बार फिर Google के खिलाफ कर दी है। यानी Google कंपनी पर एक बार फिर जुर्माना लगा है।
Published on

CCI 2nd time Fined on Google : कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) का काम देश-दुनियाभर की कंपनियों की निगरानी करना है। जब भी कोई कंपनी चाहे वो छोटी हो या बड़ी कुछ गलती करती है तो, CCI उसके खिलाफ कार्यवाई कर सकता है। इसी के चलते बीते गुरुवार को दुनियाभर की दिग्गज IT कंपनी 'गूगल' (Google) के खिलाफ बड़ी कार्यवाई करते हुए CCI ने जुर्माना लगाया था। वहीँ, ठीक एसी ही कार्यवाई CCI ने एक बार फिर Google के खिलाफ कर दी है। यानी Google कंपनी पर एक बार फिर जुर्माना लगा है।

CCI ने लगाया Google पर जुर्माना :

दरअसल, कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) द्वारा गुरुवार को IT सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी मानी जाने वाली 'गूगल' (Google) पर 1337.76 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने के बाद एक बार फिर आज यानी मंगलवार को 936.44 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है। बता दें, पिछली बार कंपनी पर एंड्रॉइड मोबाइल डिवाइस से जुड़ीं एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिस करने के चलते जुर्माना लगा था। साथ ही CCI ने Google से अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस बंद करने को भी कहा था। वहीं, इस बार यह जुर्माना प्ले स्टोर नीतियों में अपनी दबदबे की स्थिति का दुरुपयोग कर प्रतिस्पर्धा को बाधित करने के चलते लागाया है।

क्यों लगाया CCI ने गूगल पर जुर्माना ?

बताते चलें, Google पर यह जुर्माना एक शिकायत के चलते लगाया गया है और यह शिकायत देश में एंड्रॉयड आधारित स्मार्टफोन उपभोक्ताओं ने 2019 में प्ले स्टोर पर अपनी मजबूत स्थिति का दुरुपयोग करने को लेकर CCI से की थी। हालांकि, CCI ने Google के खिलाफ इस मामले में अप्रैल 2019 में जांच के आदेश दिए थे। इस जांच में सामने आया था कि, 'Google ने मोबाइल एप्लिकेशन डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट (MADA) समझौतों का उल्लंघन किया है और अपनी मजबूत स्थिति का फायदा उठाया है।' इस मामले में CCI ने रिपोर्ट भी जारी की है।

CCI की रिपोर्ट :

CCI द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'मोबाइल ऐप चलाने के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) की जरूरत पड़ती है। Google एंड्रायड OS का संचालन और प्रबंधन करती है तथा अन्य ऐप को लाइसेंस जारी करती है। मूल उपकरण निर्माता (OEM) इस OS और गूगल ऐप का अपने मोबाइल में इस्तेमाल करते हैं। वह अपने अधिकारों के नियंत्रण के लिए मोबाइल एप्लिकेशन डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट (MDA) समेत कई समझौते करते हैं। गूगल ने इन समझौतों का उल्लंघन किया है।'

Google की सफाई :

Google ने सफाई देते हुए कहा था कि, 'यह भारतीय ग्राहकों के लिए बड़ा झटका है। यह एंड्रॉइड की सुरक्षा सुविधाओं पर भरोसा करने वाले भारतीयों के लिए गंभीर सुरक्षा जोखिम के अवसर दे रहा है। इसके अलावा यह फैसला भारतीय स्मार्टफोन यूजर्स के लिए मोबाइल उपकरणों की लागत बढ़ा रहा है। वह 1,338 करोड़ रुपये के जुर्मान के CCI के आदेश की समीक्षा करेगी।' जबकि, इस ममाले में CCI के चेयरमैन अशोक कुमार गुप्ता ने कहा कि, 'आयोग जुर्माना लगाने में व्यावहारिक रहा है। CCI की कार्रवाई व्यापार और आर्थिक वास्तविकताओं से अलग नहीं होती है। डिजिटल बाजारों को प्रभावी ढंग से विनियमित करने के लिए ढांचे की व्यवहार्यता पर विचार किया जाना चाहिए।'

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com