राज एक्सप्रेस। सरकार की विनिवेश की लिस्ट में देश की दूसरी सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी 'भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड' (BPCL) सबसे ऊपर रहने के चलते पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में बनी रही है। वहीं, अब कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही के आंकड़े जारी किए हैं। जिसके अनुसार, कंपनी को काफी फायदा हुआ है।
BPCL का मुनाफा :
दरअसल, जहां, कोरोना काल के दौरान लगभग सभी कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा इसके बावजूद भी 'भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड' (BPCL) को इस दौरान जबर्दस्त मुनाफा हुआ। इस बात की जानकारी कंपनी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से मिली। जी हां, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 120% बढ़ कर 2,777.6 करोड़ रुपये तक हो गया है। जबकि, पहली साल की सामान तिमाही में (2019-20) कंपनी को 1,260.6 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। वहीं, जून तिमाही में BPCL का मुनाफा लगभग 2,076 करोड़ रुपये रहा था।
BPCL की बिक्री से लक्ष्य :
सरकार ने उम्मीद जताई है कि, इन आंकड़ों के बाद BPCL की बिक्री से विनिवेश का लक्ष्य थोड़ा आसान हो जाएगा। इतना ही नहीं, कंपनी की बिक्री में और आसानी आने की संभावना है। जबकि सरकार ने वित्त-वर्ष 2021-22 में विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। बताते चलें, यदि BPCL की बैलेंस शीट पर नजर डाली जाए तो वह काफी मजबूत है जो कि, खरीदारों को काफी लुभाने वाली है। सूत्रों के सनुसार, सितंबर-2021 तक BPCL का विनिवेश पूरा कर लिया जाएगा।
BPCL के लिए मिली तीन बोलियां :
बताते चलें, सरकार ने BPCL कंपनी के लिए बोलियां आमंत्रित की थी। जिसके तहत अब तक तीन बोलियां आ चुकी हैं। इसे खरीदने की इच्छा जताने वाली कंपनियों में माइनिंग क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता के साथ ही अमेरिका की दो प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स फर्म अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट और आई स्कावयर्ड कैपिटल की इकाई थिंक गैस भी शामिल है।
BPCL के निदेशक ने बताया :
BPCL के निदेशक (वित्त) एन विजय गोपाल ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में लाभ के रूप में तीसरी तिमाही काफी बेहतर रही है। कंपनी बिक्री के मामले में कोविड पूर्व स्तर पर आ गई है। कंपनी को पहले के बचे तेल से 771 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है। कंपनी ने ईंधन तैयार करने के लिए कच्चा तेल कम दाम पर खरीदा था लेकिन बाद में दाम बढ़ने से उसे ऊंचे मूल्य पर बेचा। इसके अलावा कंपनी को 76 करोड़ रुपये का विदेशी विनिमय लाभ भी हुआ है। बताते चलें, सरकार यदि BPCL में हिस्सेदारी बेचती है तो सरकार को लगभग 60 हजार करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। क्योंकि BPCL में सरकार की कुल 52.98% हिस्सेदारी है। सरकार का विचार अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने का है और सरकार तेजी से इसी तैयारी में है। बता दें, BPCL के देशभर में लगभग 17,138 पेट्रोल पंप हैं।
कुल चार रिफाइनरी से हुआ लाभ :
जानकारी के लिए बता दें, 'भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड' (BPCL) की देशभर में कुल चार रिफाइनरी हैं। उन सभी से कंपनी को अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में प्रत्येक एक बैरल कच्चे तेल को ईधन में बदलाव करने पर 2.47 डॉलर का लाभ कमाया। इसी के चलते कंपनी की बिक्री में 1.4% की बढ़त दर्ज की गई और यह बढ़कर 86,579.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। जबकि, पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 1.110 करोड़ टन रही जो, पिछले साल 2019-20 की समान तिमाही के दौरान 1.102 करोड़ टन से ज्यादा रही है। इन सभी मुनाफा के अलावा ईंधन की मांग 2021 में 2020 की तुलना में बेहतर रहेगी साथ ही 2022 आते आते तक इसमें और सुधार आने की उम्मीद की जा रही है।
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