RBI के एडवाईजरी लेटर के बाद मुथूट और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में बड़ी गिरावट

गोल्ड लोन देने वाली ख्यात कंपनियों मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में आज सुबह-सुबह बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
RBI issued advisory letter for all NBFC banks
RBI ने सभी NBFC बैंकों के लिए जारी किया एडवाईजरी लेटरRaj Express
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हाईलाइट्स

  • आरबीआई ने एनबीएफसी को कैश डिस्बर्समेंट पर आयकर प्रावधानों के पालन को कहा

  • इसके बाद ही निवेशकों ने शुरू कर दी इन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली

  • केंद्रीय बैंक ने कहा एनबीएफसी 20,000 रुपये से अधिक ऋण नकद नहीं दे सकती

राज एक्सप्रेस। गोल्ड लोन देने वाली ख्यात कंपनियों मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में आज सुबह-सुबह बड़ी गिरावट देखने को मिली है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एनबीएफसी को कैश डिस्बर्समेंट पर आयकर अधिनियम के प्रावधानों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि कोई भी एनबीएफसी 20,000 रुपये से अधिक की ऋण राशि नकद नहीं बांट सकती। यह जानकारी सामने आने के बाद गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों के शेयरों में जोरदार बिकवाली शुरू हो गई।

मुथूट फाइनेंस का शेयर आज सुबह ​लाल निशान में 1656.20 रुपये पर खुला। इसके बाद यह खबर चर्चा में आई तो निवेशकों में इसे बेचने की हड़बड़ी पैदा हो गई। लोग फटाफट यह शेयर बेचने लगे। कुछ ही देर में कंपनी का शेयर पिछले बंद भाव से करीब 9 प्रतिशत तक की गिरावट के साथ 1510 रुपये के स्तर तक आ गया। इसके साथ ही मुथूट फाइनेंस का मार्केट कैप गिरकर 64200 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया।

मणप्पुरम फाइनेंस के साथ भी लगभग ऐसा ही हुआ। कंपनी का शेयर सुबह 175.25 रुपये के स्तर पर खुला। इसके कुछ देर बाद ही इसमें में गिरावट शुरू हो गई और यह शेयर पिछले बंद भाव से 8 प्रतिशत तक गिरकर 165.15 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया। इस गिरावट के बीच कंपनी का मार्केट कैप 14300 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है।

दरअसल हुआ यह कि गोल्ड लोन देने वाले कुछ बड़े एनबीएफसी ने कैश डिस्बर्सल पर स्पष्टता के लिए आरबीआई से संपर्क किया था। इसके बाद आरबीआई की ओर से इन सभी कंपनियं को एडवायजरी लेटर भेजा गया। इस एडवाइजरी लेटर में कहा गया है कि यह एडवायजरी विशेष रूप से केरल स्थित गोल्ड-लोन एनबीएफसी को भेजी गई थी। केंद्रीय बैंक ने इस साल मार्च में आईआईएफएल फाइनेंस को कैश डिस्बर्सल मानदंडों के उल्लंघन के लिए गोल्ड लोन देने से रोक दिया था।

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई के इस कदम के बाद गोल्ड फाइनेंसरों को परिचालन में बदलाव करना होगा। दिसंबर 2023 तिमाही तक मुथूट फाइनेंस के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट में गोल्ड लोन की हिस्सेदारी 84% और मणप्पुरम के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट में 51% थी। मणप्पुरम अपना 40% लोन डिस्बर्समेंट नकद में करती है जबकि इसका लगभग 56% गोल्ड लोन कारोबार ऑनलाइन किया जाता है। दूसरी ओर मुथूट अपने 40% गोल्ड लोन का लेनदेन ऑनलाइन करती है।

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