हाइलाइट्स –
मर्सिडीज़ बेंज़ इंडिया ने की घोषणा
बिक्री के पुराने तरीके में होगा बदलाव
डीलर नहीं अब कहलाएंगे फ्रैंचाइजी पार्टनर
राज एक्सप्रेस। भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली लग्जरी कार के निर्माता मर्सिडीज़ बेंज़ इंडिया ने बुधवार को देश में अपने ग्राहकों को कार बेचने के तरीके में एक बुनियादी बदलाव की घोषणा की। भारत में किसी भी वाहन निर्माता द्वारा इस तरह का यह पहला निर्णय है।
भूल जाएं इस मॉडल को
पारंपरिक डीलर-इन्वेंटरी मॉडल को भूल जाइए, जहां एक खरीदार के विकल्प उन कारों तक सीमित थे जो कारें डीलर के पास शोरूम में उपलब्ध थीं या उनके पास जो इन्वेंट्री थी। इसके साथ ही एक अच्छी कीमत पर खरीद फरोख्त भी आप भूल जाएं।
कुछ ऐसा है नया फंडा
जानिये मर्सिडीज़ बेंज़ इंडिया (Mercedes-Benz India) के नए डायरेक्ट-टू-कस्टमर रिटेल मॉडल में, डीलर अब फ्रैंचाइजी पार्टनर के रूप में काम करेंगे तो किसे क्या लाभ होगा? दरअसल इस बिक्री मॉडल में कारों का पूरा स्टॉक केंद्रीय रूप से कंपनी के पास ही होगा न कि डीलर के पास।
खरीदार को लाभ
कंपनी की इस नई सेलिंग पॉलिसी के आने पर खरीदार को मर्सिडीज़ बेंज़ इंडिया द्वारा पेश की जाने वाली एक व्यापक उत्पाद श्रंखला में चुनाव करने का विकल्प मिल सकेगा। एक सुविधा यह भी मिलेगी कि इस सेलिंग मॉडल के तहत पूरे देश में एक समान कीमत पर, कंपनी द्वारा ही चालान किया जाएगा, न कि डीलर पार्टनर द्वारा।
डीलर इस काम से मुक्त
फ्रैंचाइजी पार्टनर्स (या पूर्ववर्ती) डीलरों को अब कोई इन्वेंट्री रखने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनका वित्तीय जोखिम कम होगा, और कंपनी द्वारा सीधे मुआवजा दिया जाएगा।
कंपनी को उम्मीद
पुणे स्थित कंपनी उम्मीद कर रही है कि इससे कार निर्माता के लिए अतिरिक्त बिक्री के दरवाजे खुलेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्राहक अब देश के किसी भी हिस्से से अपने फ्रैंचाइजी भागीदारों, या इसके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से पूरी कीमत पारदर्शिता के साथ पसंद की कोई भी कार खरीद सकेंगे।
"हम अब उस मॉडल का पालन नहीं करेंगे जहां एक ओईएम डीलरों के लिए कार थोक करेगा और फिर डीलर अंतिम ग्राहकों को कार बेचेगा।"
मार्टिन श्वेंक, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मर्सिडीज़ बेंज़
श्वेंक के मुताबिक कंपनी विक्रय की पुरानी प्रक्रिया को बदल रही है और उसके डीलर्स अब फ्रैंचाइजी पार्टनर कहलाएंगे।
फ्रैंचाइजी पार्टनर के काम
कंपनी के मुताबिक फ्रैंचाइजी पार्टनर वह सब कुछ करना जारी रखेंगे जो वे अतीत में करते रहे हैं - वे ब्रांड प्रतिनिधि होंगे, बिक्री परामर्श प्रदान करेंगे, नेटवर्क संचालित करेंगे, टेस्ट ड्राइव और बिक्री की सुविधा प्रदान करेंगे।
सीईओ ने आगे कहा कि, बिक्री लेनदेन अंततः अंतिम ग्राहक और हमारे, कंपनी के बीच एक अनुबंध और भुगतान होगा।
फाइनेंसिंग एंड कॉस्ट ड्रिवन मॉडल
मर्सिडीज़ बेंज़ इंडिया ने कहा कि डायरेक्ट-टू-कस्टमर फ्रैंचाइज़ी मॉडल तीन तरह से फायदेमंद है। यह कंपनी के लिए इन्वेंट्री, लागत और प्रक्रियाओं का अनुकूलन करता है, ग्राहक को बेहतर विकल्प और मूल्य प्रदान करता है और फ्रैंचाइजी पार्टनर के जोखिम को कम करता है।
मिलेंगे यह विकल्प
ग्राहकों को इस विक्रय मॉडल में मर्सिडीज़ बेंज़ इंडिया द्वारा प्रदान किए जाने वाले वेरिएंट और मॉडल विकल्पों की पूरी श्रृंखला में से मनपसंद कार चुनने की आजादी मिलेगी।
इसके पहले फ्रैंचाइजी पार्टनर के ठिकाने पर उपलब्ध कारों में से चुनने से ग्राहक के विकल्प सीमित हो जाते थे।
विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में मांग और आपूर्ति का यह एक ऐसा बेमेल मुद्दा है जिससे ओईएम (OEM) अक्सर जूझते हैं, खासकर अब जब आपूर्ति श्रृंखला और गतिशीलता COVID-19 के कारण प्रभावित है।
सर्वोत्तम मूल्य
ग्राहकों के लिए एक लाभ यह भी है कि; खुदरा भागीदारों के साथ बातचीत किए बिना उन्हें हमेशा सर्वोत्तम मूल्य मिल सकेगा।
श्वेंक ने कहा कि इस समय नया बिजनेस मॉडल लॉन्च करना भी कंपनी की इस उम्मीद पर आधारित था कि अगले कुछ हफ्तों में बिक्री में सुधार होगा।
अधिक पढ़ने के लिए शीर्षक को स्पर्श/क्लिक करें –
RBI ने क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग पर की स्थिति साफ, बैंकों को दिये यह निर्देश
क्रिप्टोकरेंसी सरकारों के लिए सिरदर्द तो डिजिटल कैश की लोकप्रियता भी समस्या
डिस्क्लेमर – आर्टिकल प्रचलित मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। इस आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।