इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री बढ़ाने के लिए यह चीजें है जरूरी, Moody's का है यह विचार
राज एक्सप्रेस। आज दुनियाभर जे देशों के साथ ही भारत में भी इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग काफी बढ़ गई है। इन इलेक्ट्रिक व्हीकल को चलाने के लिए देश में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन्स की जरूरत पड़ने लगी है। जिसको ध्यान में रख भारत में इसकी शुरुआत तेजी से की जा चुकी है। भारत सरकार इन्हें काफी बढ़ावा दे रही हैं। वहीं, देशभर में इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री बढ़ाने के लिए अन्य चीजों की भी जरूरत होती है और वह प्रोत्साहन व सब्सिडी है।
इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री बढ़ाने के जरूरी यह चीजें :
दरअसल, जब भी देश में किसी चीज को खरीदने पर सरकार सब्सिडी देती है तो, ग्राहक उस वस्तु की तरफ आकर्षित होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि, यदि भारत को में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की बिक्री को तेजी से बढ़ाने है तो, सरकार को इन कुछ विशेष बातों पर ध्यान देना होगा। सरकार को जिन चीजों पर ध्यान देना होगा उनमें EV के प्रति प्रोत्साहन, स्थानीय स्तर पर बैटरी विनिर्माण, राज्यों के स्तर पर सब्सिडी और GST की दरों में कटौती करन शामिल है। वर्तमान समय में भारत दुनिया का सबसे बड़ा कार बाजार है और भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की पहुंच मात्र 1% है।
Moody's का है यह विचार :
वहीं इस मामले में भारत की बहुचर्चित एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज (Moody's) ने भी अपने विचार रखते हुए एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में Moody's ने कहा कि, 'भारत की केंद्र सरकार ने साल 2030 तक बिकने वाले कुल प्राइवेट वाहनों में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की हिस्सेदारी बढ़ाकर 30% करने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। जबकि सरकार का लक्ष्य दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए 80% है। इसे लख्य को परकत करने के लिए सरकार को चार्जिंग ढांचे को बेहतर बनाना होगा। उपभोक्ताओं को भी परंपरागत पेट्रोल-डीजल (ICE) वाहनों के स्थान पर इलेक्ट्रिक वाहनों का रुख करना होगा।
Moody's की रिपोर्ट :
Moody's ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'हमारा मानना है कि सरकार की विभिन्न पहल से देश में ईवी की पहुंच बढ़ेगी। इनमें उपभोक्ताओं को दिया जाने वाला प्रोत्साहन भी शामिल है। इसके अलावा, एडवांस बैटरी स्टोरेज के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन, जीएसटी में कटौती और राज्यों से मिलने वाली सब्सिडी जैसे कारक भी इसमें मददगार बनेंगे।'
भारत के तीसरा सबसे बढ़ा वाहन बाजार :
जानकारी के लिए बता दें, साल 2022 में भारत ने वाहन बाजार में जापान को पीछे छोड़ दिया था और अब भारत का नाम सिर्फ दो देशों यानि चीन और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर आता है। इस मामले में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि, 'अगर भारत हाल में जम्मू-कश्मीर में मिले लिथियम भंडार का उपयोग कर सकता है तो वह ई-वाहन श्रेणी में दुनिया में पहले स्थान पर पहुंच सकता है। लिथियम ई-वाहनों के लिए बैटरी बनाने का एक महत्वपूर्ण तत्व है।'
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।