Vedanta की वित्तीय सेहत को लेकर जताई जा रही आशंकाएं सही नहीं, 3 सालों में खत्म कर देंगे सभी देनदारियां
राज एक्सप्रेस। वेदांता रिसोर्सेज के संस्थापक और अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि वेंदातां का कर्ज अगले तीन सालों में पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि इसके साइज के बराबर के अन्य कारोबारी समूहों में वेदांता दुनिया में सबसे कम कर्ज वाला समूह है। उन्होंने बताया कि इस समय कंपनी पर करीब 1300 करोड़ डॉलर का कर्ज है। इस साल इसे 700 करोड़ डॉलर का मुनाफा हुआ है। उन्होंने दावा कि अगर हम इसी गति से काम करते रहे, तो अगले साल समूह को 900 करोड़ डॉलर का मुनाफा होगा। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में एक वर्ग में आशंकाएं जताई जा रही हैं कि वेदांता समूह अगले दिनों कर्ज में फंस सकता है। ऐसे लोगों को हम बता देना चाहिए हैं कि हमारा वित्तीय आधार बहुत मजबूत है। हम निर्धारित कारोबारी कार्यक्रम पर अमल करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हमारे लिए अपनी देनदारियां चुकाना मुश्किल नहीं है।
कंपनी पर करीब 1300 करोड़ डॉलर कर्ज
वेदांता रिसोर्सेज के फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने एक कहा हाल के दिनों में हमने तेज गति से रिकवरी की है। उन्होंने कहा इस समय कंपनी पर करीब 1300 करोड़ डॉलर का कर्ज है। इस साल वेंदांता को 700 करोड़ डॉलर का मुनाफा हुआ है। अगले साल समूह को 900 करोड़ डॉलर का मुनाफा होगा। वेदांता की वित्तीय सेहत कैसी है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अब कंपनी अपने सभी कर्जों को पूरी तरह से चुकाने की स्थिति में है। वेदांता के प्रमुख अनिल अग्रवाल का दावा किया कि ग्रुप के पास इतना कैश फ्लो है कि यह अपनी सभी देनदारियों को चुका सकता है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य अगले दो से तीन सालों में नेट जीरो डेट वाली कंपनी बनाने की है। उन्होंने ये बातें वेदांता की कर्ज चुकाने की क्षमता पर उठे सवालों को लेकर कही। उन्होंने कहा कि इन सवालों का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि कंपनी अगले साल 3 हजार करोड़ डॉलर रेवेन्यू के साथ 900 करोड़ डॉलर का मुनाफा बनाने वाली है, जो सभी देनदारियों के लिहाज से पर्याप्त है।
इस साल कंपनी को 700 करोड़ डालर मुनाफा
वेदांता रिसोर्सेज के संस्थापक और चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने अपने एक साक्षात्कार में कहा कि इसके साइज के बराबर ग्रुप में वेदांता दुनिया में सबसे कम कर्ज वाला ग्रुप है। उन्होंने कहा इस समय कंपनी पर करीब 1300 करोड़ डॉलर का कर्ज है और इस साल इसे 700 करोड़ डॉलर का मुनाफा हुआ है। अगर हमने यही गति कायम रखी तो अगले साल समूह को 900 करोड़ डॉलर का मुनाफा होगा। इतना कैश फ्लो पर्याप्त है कि सभी कर्जों को निपटाया जा सके। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कारोबार में अरबों डॉलर के निवेश किया गया है, इसी लिए इतना कर्ज हो गया है। वेदांता समूह ने देश में अब तक 3500 करोड़ डॉलर का निवेश किया है और 2030 तक लक्ष्य 10 हजार करोड़ डॉलर की कंपनी बनने का है।
समूह ने कम किया 300 करोड़ डालर कर्ज
वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि कंपनी किसी भी पेमेंट को लेकर डिफॉल्ट नहीं हुई है। इससे साबित होता है कि समूह की वित्तीय स्थिति खस्ताहाल नहीं है। हमने जो कर्जे लिए हैं, उनका समय पर भुगतान किया है। इस सप्ताह की शुरुआत में वेदांता की पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज ने अप्रैल में ड्यू होने वाले सभी लोन और बॉन्ड्स को चुकता कर दिया है। इसे चुकाने के बाद इसका कर्ज 100 करोड़ डॉलर और घट गया है। वेदांता ने फरवरी 2022 में तीन साल के भीतर 400 करोड़ डॉलर कर्ज घटाने का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य का 75 फीसदी महज 14 महीने में ही हासिल हो गया है। वेदांता अब तक अपना 300 करोड़ डॉलर का कर्ज कम कर चुकी है। ऐसे में इन आशंकाओं पर गौर करने की जरूरत नहीं है कि समूह अपनी देनदारियों से निपटने में अक्षम है और वह भी अडाणी समूह की तरह संकट में फंस सकता है।
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