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अकासा एयर ने बिना किसी नोटिस के नौकरी छोड़ने वाले 43 पायलटों के खिलाफ अदालत का रुख किया

कम लागत वाली विमानन कंपनी अकासा एयर ने छह महीने की नोटिस अवधि पूरी किए बिना नौकरी छोड़ने वाले 43 पायलटों के खिलाफ अदालत में केस दायर किया है।
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हाईकोर्ट

  • कंपनी ने पायलटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किए बिना नौकरी छोड़ दी

  • यह न केवल गैरकानूनी है बल्कि अनैतिक और स्वार्थपूर्ण भी है। उन्होंने यह भी नहीं सोचा कि इससे कितनी परेशानी होगी

  • विमानन कंपनी ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर करके पायलटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील की है

राज एक्सप्रेस। कम लागत वाली विमानन कंपनी अकासा एयर ने छह महीने की नोटिस अवधि पूरी किए बिना नौकरी छोड़ने वाले 43 पायलटों के खिलाफ अदालत का रुख किया है। कंपनी ने बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर याचिका में आकासा एयर ने कहा कि पायलटों को उनके समझौते के अनुसार अनिवार्य नोटिस अवधि पूरी होने तक किसी भी नए संगठन में शामिल होने से रोका जाना चाहिए। अकासा एयर के एक प्रवक्ता ने कहा, हमने केवल पायलटों के उस समूह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है, जिसने अपने कर्तव्यों को छोड़ दिया और अपनी अनिवार्य अनुबंधात्मक नोटिस अवधि को पूरा किए बिना चले गए। यह न केवल उनके अनुबंध का उल्लंघन है, बल्कि देश के नागरिक उड्डयन से जुड़े कानूनों का भी उल्लंघन है।

इस तरह नौकरी छोड़ना अनैतिक और स्वार्थपूर्ण कृत्य

यह न केवल कानूनन अवैध है, बल्कि एक अनैतिक और स्वार्थपूर्ण कृत्य भी है। जिसकी वजह से अगस्त में विमानन कंपनी की उड़ानें प्रभावित हुईं। अंतिम समय में उड़ानें रद्द करने की वजह से हजारों यात्रियों को बहुत परेशानी हुई। हमारे सहकर्मियों की कड़ी मेहनत से इस स्थिति में स्थति को सामान्य बनाया। उनको धन्यवाद। एक युवा स्टार्ट अप के रूप में, हमें इस बात पर गर्व है कि हमारे संचालन के पहले वर्ष में प्रत्येक अकाशियन ने हमें निर्माण में मदद की है।अकासा एयर के प्रवक्ता ने अपने एक बयान में कहा, हमने केवल पायलटों के एक छोटे समूह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों को छोड़ दिया और अनिवार्य अनुबंधात्मक नोटिस अवधि को पूरा किए बिना नौकरी छोड़कर चले गए।

पायलट नहीं होने से यात्रियों को हुई परेशानी

टयह न केवल उनके अनुबंध का उल्लंघन है, बल्कि देश के नागरिक उड्डयन कानूनों का भी उल्लंघन है। यह न केवल कानूनन अवैध है, बल्कि एक अनैतिक और स्वार्थपूर्ण कृत्य भी है। इसकी वजह से अगस्त में उड़ानें बाधित हुई। पायलट नहीं होने की वजह से कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हजारों यांत्री फंस गए। यात्रा करने वाले लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा। सौभाग्य से, हमारे सहकर्मियों की कड़ी मेहनत को धन्यवाद। एक युवा स्टार्ट अप के रूप में, हमें इस बात पर गर्व है कि हमारे संचालन के पहले वर्ष में प्रत्येक अकाशियन ने हमें निर्माण में मदद की है।

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