राज एक्सप्रेस। पिछले सालों के दौरान भारत की टेलिकॉम कंपनियों को AGR की रकम जमा करने के आदेश दिए गए थे। जिसके चलते कई टेलिकॉम कंपनियों को आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते भारत की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (VI) पिछले काफी समय से घाटे का सामना कर रही है। हालात यह हो चुके थे कि, टेलिकॉम कंपनी Vodafone अपनी कुछ प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का मन बना रही थी। जिसके लिए भारती एयरटेल (Bharti Airtel) से बात चल रही थी। वहीं, अब यह डील पूरी हो गई है।
Airtel और Vodafone की डील :
दरअसल, पिछले दिनों दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया (VI) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel) की इंडस टावर्स (Indus Towers) में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर बात चल रही थी। वहीं, अब Airtel ने Indus Towers में वोडाफोन ग्रुप से 4.7% हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया है। दोनों कंपनियों के बीच हुई इस डील के तहत Airtel ने अपनी पूर्ण अनुषंगी इकाई के साथ मिलकर Indus Towers में वोडाफोन समूह की इकाई यूरोप पैसेफिक सिक्योरिटीज से 4.7% हिस्सेदारी को खरीदा है। इन शेयरों की खरीद 187.88 रुपये प्रति शेयर की कीमत के अनुसार की गई है। इस बारे में खुलासा Airtel के शेयर बाजार को जानकारी देने के दौरान हुआ है।
Airtel ने शेयर बाजार को दी सूचना :
बताते चलें, Airtel ने शेयर बाजार को सूचना देते हुए बताया है कि, ‘‘कंपनी ने अपनी अनुषंगी इकाई नेटल इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट्स लि. के साथ मिलकर इंडस टावर में 12,71,05,179 इक्विटी शेयर (करीब 4.7 प्रतिशत हिस्सेदारी) वोडाफोन समूह की इकाई यूरो पैसेफिक सिक्योरिटीज लि. से खरीदे हैं। यह अधिग्रहण 187.88 रुपये प्रति शेयर के भाव पर किया गया है।’’ जबकि, पिछले सप्ताह Airtel ने कहा था कि, 'वह वोडाफोन ग्रुप से इंडस टावर्स में 4.7 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,388 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करेगी। बता दें, Indus Towers में वोडाफोन के पास 28% हिस्सेदारी थी, जिसमें से अब 4.7% Airtel के पास चली गई है।
राशि का इस्तेमाल :
जानकारी के लिए बता दें, Indus Towers के पास वर्तमान समय में कुल 1,84,748 दूरसंचार टावर हैं। जिसकी देश के सभी 22 दूरसंचार सर्किल में मौजूदगी है। इस डील से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल वोडाफोन ग्रुप, वोडाफोन आइडिया में निवेश करने और मोबाइल टावर कंपनी का बचा कर्ज चुकाने में करेगी।
Indus Towers लिमिटेड का काम :
Indus Towers का कार्य अलग-अलग मोबाइल फोन की सेवाओं के परिचालकों के लिए दूरसंचार टावर और संचार ढांचे की तैनाती और प्रबंधन करना है और इंडस टावर्स लिमिटेड कंपनी का मुख्य काम दूरसंचार के टावर खड़ा करना, उनके स्वामित्व एवं प्रबंधन का काम करना है। इस तरह कंपनी मोबाइल ऑपरेटरों के लिए संचार संरचना प्रदान करने का कार्य करती है। कंपनी के पास 1,84,748 दूरसंचार टावर हैं और उसकी देश के सभी 22 दूरसंचार सर्कल में मौजूदगी है।
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