अगर देश का नाम 'India' न होकर सिर्फ हो 'भारत'!, तो होगा क्या ?

Kavita Singh Rathore

यदि किसी देश के दो नाम होंगे तो कनफ्युशन होगा और यदि एक नाम होगा तो कनफ्युशन का सवाल ही नहीं उठेगा। इसे हम फायदे के तौर पर देख सकते हैं।

नामों में कनफ्युशन | Syed Dabeer Hussain - RE

संविधान में कई जगह भारत का नाम इंडिया लिखा गया है, आप सरकार को उन सभी जगह बदलाव करना होगा। 'संविधान में बदलाव' यह जितना बोलना मुश्किल लग रहा है उससे कई ज्यादा करना भी मुश्किल है।

संविधान में बदलाव | Syed Dabeer Hussain - RE

भारत नाम सुनने में सांस्कृतिक से जुड़ा लगता है, इसलिए यह सुनने में अच्छा लगता है। इससे देश को सांसकृतिक विरासत वापस मिलेगी है। जो कई सालों पहले खो सी गई थी। भारत का नाम के कई प्राचीन महत्व भी हैं।

सांस्कृतिक नाम | Syed Dabeer Hussain - RE

आज अगर आप देंखेगे तो भारत की करेंसी पर भी आपको India नाम लिखा दिखेगा। इसके अलावा और भी कई चीजें एसी हैं जहां India लिखा होता है, इसलिए कहना गलत नही होगा कि, India एक ब्रांड नाम बन चुका है।

ब्रांड नाम | Syed Dabeer Hussain - RE

भारत सरकार देश में चलाई जा रही कई योजनाओं और सरकारी संस्थानों में इंडिया शब्द का प्रयोग हुआ है। ऐसे में इंडिया नाम हटाने से इनमें भी बदलाव करना पड़ेगा और यह एक डॉक्यूमेंट होते हैं। जिनमें बदलाव इतना आसान नहीं होता।

सरकार की योजनाओं में बदलाव | Syed Dabeer Hussain - RE

भारत नाम सनातन धर्म को बढ़ावा देता है, क्योंकि एक समय था जब भारत का सीधा संबंध सिर्फ सनातन से हुआ करता था। योग, वेद पुराण सभी की उताप्प्ती भारत से ही हुई है। इसलिए यदि सिर्फ भारत नाम हो जाए तो, सनातन धर्म को बढ़ावा मिलेगा।

सनातन धर्म को बढ़ावा | Syed Dabeer Hussain - RE

India नाम विदेशियों द्वारा दिया गया नाम है, जो हमारी संस्कर्ती में का कही फिट नहीं बैठता है। बता दें, सिंधु या इंडस नदी के किनारे होने के कारण भारत का नाम इंडिया पड़ा था। जबकि, देश का नाम भारत ही था।

विदेशियों द्वारा दिया गया नाम | Syed Dabeer Hussain - RE

AI नहीं कर सकता इंसानों को रिप्लेस

क्लिक करें