gurjeet kaur
PCOS का फुलफॉर्म पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम है। यह एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें महिलाओं के शरीर में प्रजनन हार्मोन असंतुलित हो जाता है।
PCOS, से पीड़ित महिलाओं के ओवरीज में सिस्ट हो सकते हैं लेकिन हार्मोनल असंतुलन महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या है। इस मेटाबॉलिक डिसऑर्डर से अंडाशय पुरुष हार्मोन का उत्पादन अधिक करता है।
मासिक धर्म में अनियमितता, बाल झड़ना, वजन बढ़ना इसके सामान्य लक्षण है। PCOS से पीड़ित महिलाओं की प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है। कई महिलाओं को इनफर्टिलिटी का सामना भी करना पड़ता है।
विशेषज्ञ PCOS का सामना कर रहीं महिलाओं को योगाभ्यास करने की सलाह देते हैं। योग सामान्य लोगों के लिए तो जरूरी होता ही है लेकिन हार्मोनल इंबैलेंस का सामना कर रहीं महिलाओं के लिए भी काफी फायदेमंद है।
खान-पान में सुधार कर भी PCOS से बचा जा सकता है। रेशेदार, प्रोटीन युक्त भोजन के अलावा डॉक्टर की सलाह पर डाइट में आवश्यक परिवर्तन किया जा सकता है।
कई बार तनाव में रहने से भी PCOS जैसी समस्या होती है। तनाव को कम करने और खुश रहने के लिए जीवन में उचित बदलाव लाए जाने चाहिए।
पीरियड्स में Sanitary Pads के कई ऑपशन्स