Kavita Singh Rathore
बरसात के मौसम में शरीर पर नमी के चलते कई तरह की संक्रामक बीमारियां हो जाती हैं। इसमें खुजली, दाद, इंटरट्रिगो, एथलीट फुट जैसी समस्याएं होती है। यह सभी एक प्रकार के फंगल इन्फेक्शन (Fungal Infection) होते हैं।
बारिश के मौसम में नहाने के बाद शरीर के अंगों को गीला न छोड़ें। क्योंकि, शरीर की परतों पर जमा पानी या नमी बनकर फंगल को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण देता है। इसलिए नहाने के बाद शरीर को अच्छे से सुखाएं।
अगर आपको फंगल इंफेक्शन का डर रहता है, तो डेनिम या किसी अन्य फेब्रिक की जगह कॉटन के कपड़े पहने। इसके अलावा बरसात के मौसम में थोड़ा ढीले कपडे आपको फंगल इंफेक्शन से बचाते हैं।
बारिश में जल्दी कपडे ना सुख पाने के कारण लोग अंडर गारमेंट्स और टॉवल धोने से बचते हैं, लेकिन यह फंगल इंफेक्शन को बढ़ाती है। साथ ही इन्हें गिला इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि, नमी के चलते फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
वर्कआउट करने के बाद सबसे पहले कपड़े बदलना चाहिए। क्योंकि, पसीना एक तरह का फंगल ही होता है और अगर आप इन्हें नहीं बदलेंगे तो आप फंगल इंफेक्शन सकते हैं।
फंगल संक्रमण को पैरों में होने से बचाने के लिए अपने मोज़े नियमित रूप से बदले, पैरों को नियमित रूप से धोने, गीली जगहों पर नंगे पैर न चले, तौलिया शेयर न करें और त्वचा को साफ व सूखा रखें।
फंगल इंफेक्शन होने पर भूलकर भी स्टेरॉयड क्रीम का उपयोग न करें। बल्कि, इंफेक्शन का इलाज खुदसे करने की जगह अच्छे डॉक्टर से सलाह लें।