स्कुल से मिले होमवर्क और लेसन के रीविज़न के लिए एक समय तय कर लें। इस समय के लिए कोई और प्लान्स ना बनाएं। ऐसा करने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति गंभीरता आएगी।
पढ़ाई का रूटीन बनाएं | Syed Dabeer Hussain - RE
बच्चों को पढ़ाई के लिए गंभीर बनाएं, पर उनपर कभी पढ़ाई का प्रेशर ना डालें। छोटी उम्र में पढ़ाई अगर बोझ लगने लगे, तो बच्चा कभी पढ़ाई से कुछ सीख नहीं पाएगा। इसके बजाय उनमें विषयों के प्रति रुचि जगाने का प्रयास करें।
प्रेशर ना बनाएं | Syed Dabeer Hussain - RE
बच्चों की उनकी कक्षा में या दोस्तों के मध्य छोटी-बड़ी कामयाबियों पर उन्हें सराहें। आपकी सराहना से उन्हें और मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी तथा पढ़ाई का महत्व समझ आएगा।
प्रोत्साहन दें | Syed Dabeer Hussain - RE
अगर बच्चा लंबे समय तक पढ़ाई करने नहीं बैठ पाता, तो उन्हें छोटे-छोटे टास्क दें। हर टास्क पूर्ण करने पर उनकी प्रशंसा करें। मुश्किल विषय भी कुछ एक्टिविटी के जरिये ही समझाएं।
छोटे-छोटे टास्क दें | Syed Dabeer Hussain - RE
बच्चों से अलग-अलग विषयों पर ज्ञानवर्धक बातें करें। इससे उनमें नई चीज़ें जानने का उत्साह बढ़ेगा। अगर वे कुछ बता रहे हैं, तो उसे रुचि से सुने। ऐसा करने से उनमें और नई चीज़े खोजने का उत्साह भी जागेगा।
माइंडफुल बाते करें | Syed Dabeer Hussain - RE
अपने अनुभवों से बच्चों को बताएं कि पढ़ाई का क्या महत्व होता है। उन्हें बताएं कि जब आपका पढ़ाई में मन नहीं लगता था, तो आप क्या करते थे।
अपने अनुभाव साझा करें | Syed Dabeer Hussain - RE
बच्चों के ज्ञान को मापें, नाकि परिक्षाओं में उनके नंबरों को। अगर आपका बच्चा किसी विषय में ज्यादा रुचि नहीं ले रहा पर बाकि विषयों में बहुत अच्छा है, तो इस बात पर उन्हें ना डाटें। उनके ज्ञान की सराहना करें।
ज्ञान को महत्व दें परिणाम को नहीं | Syed Dabeer Hussain - RE
विश्वस्तरीय है यह भारतीय यूनिवर्सिटीज़
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐपचैनलको सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।
Mohammad Asim | टाइम्स ने जारी की वर्ल्ड यूनिवर्सिटीज़ रैंकिंग, भारत की यह युनिवर्सिटीज़ शामिल