Shreya N
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जर्सी नंबर 7 को कल ही बीसीसीआई ने रिटायर करने का फैसला लिया है। भारत को 3 आईसीसी ट्रॉफी दिलाने वाले धोनी ने साल 2020 में भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। धोनी ने अपनी कप्तानी और बैटिंग के दम पर भारत को कई बड़े मैच और टूर्नामेंट जिताए हैं, जिसके चलते उन्हें ये सम्मान दिया गया है।
फिलिप ह्यूज ऐसे इकलौते खिलाड़ी है, जिनके जर्सी नंबर को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने रिटायर किया है। 25 साल के ह्यूज की शील्ड गेम के मैच के दौरान गेंद सर पर लगने से मौत हो गई थी। वे ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम के लिए भी खेले हैं। ह्यूज को श्रद्धांजलि देने, उनके जर्सी नंबर 64 को रिटायर कर दिया गया है।
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग के जर्सी नंबर 7 को भी रिटायर कर दिया गया है। 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले फ्लेमिंग ने अपने करियर में 111 टेस्ट, 280 वनडे, और 5 टी20 मैच खेले हैं।
न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर डेनियल विटोरी विश्व के सबसे सफल ऑलराउंडर में से एक माने जाते हैं। वे 300 टेस्ट विकेट लेने वाले और 3000 रन बनाने वाले केवल 8 वें ऑलराउंडर है। उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद, न्यूजीलैंड क्रिकेट ने उनके जर्सी नंबर 11 को रिटायर कर दिया था।
पूर्व कीवी बल्लेबाज ब्रेंडन मैकुलम को न्यूजीलैंड के सबसे सफल खिलाड़ियों में गिना जाता है। उनके नाम बतौर कप्तान, ओपनर और विकेटकीपर कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज है। इसके चलते, साल 2016 में उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद, उनके जर्सी नंबर 42 को रिटायर कर दिया गया था।
क्रिस हैरिस न्यूजीलैंड के सबसे सफल गेंदबाजों में गिने जाते हैं। 2004 में वे 250 वनडे मैच खेलने वाले पहले किवी खिलाड़ी बने थे। इसके अलावा, वे सबसे ज्यादा वनडे विकेट लेने वाले खिलाड़ी भी थे। अपने 250वें मैच में ही उनका कंधा बुरी तरह घायल हुआ, जिसके बाद उनका क्रिकेट खेलना धीरे-धीरे खत्म हो गया। उनके सम्मान में न्यूजीलैंड क्रिकेट ने हैरिस के जर्सी नंबर 5 को रिटायर कर दिया था।
भारत में क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर वे पहले खिलाड़ी हैं, जिनके जर्सी नंबर 10 को बीसीसीआई ने रिटायर किया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले और सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले सचिन को यह सम्मान तो मिलना ही था।
इन खिलाड़ियों की आईपीएल टीम कभी नहीं बदली