Deeksha Nandini
पीरियड्स (Periods ) के दौरान आमतौर पर सैनेटरी नेपकिन या सैनेटरी पैड्स का उपयोग हर महिला द्वारा किया है। सैनिटरी पैड प्लास्टिक से बना होता है, जिसे पूरी तरह डीकंपोज होने में 500 साल से भी ज्यादा लग सकते हैं।
क्लॉथ पैड्स सैनिटरी पैड्स की तरह दिखते और इस्तेमाल होते हैं। इसे धोकर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता हैं। यह कपड़े और कॉटन (रुई) से बना होता है, जो कि इसे इको-फ्रेंडली बनाता है। इससे स्किन और हेल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा भी नहीं होता है।
सैनिटरी पैड्स के बाद ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाली चीज टैम्पोन है, जो पीरियड्स (Periods) के दौरान हाइजीन को बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि, यह भी सैनिटरी पैड्स की तरह इको-फ्रेंडली नहीं है, लेकिन इससे स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा पाया जा सकता है।
टैम्पोन की तरह मेंस्ट्रुअल कप को भी वजाइना में इंसर्ट किया जाता है। सैनिटरी पैड्स और टैम्पोन के मुकाबले इसमें एक बार में ज्यादा ब्लड कलेक्ट होता है। महिलाएं इसे 3 से 5 साल तक इस्तेमाल कर सकती हैं। जिस कारण इसे भी इको-फ्रेंडली की लिस्ट में रखा जाता है।
महिलाओं के लिए अगला ऑप्शन मेंस्ट्रअल स्पॉन्ज है। इसे समुद्र से निकाला जाता है यह पूरी तरह नैचुरल होता है, इसे 6 महीने तक री-यूज किया जा सकता है। मेंस्ट्रुअल स्पॉन्ज को वजायना में इंसर्ट किया जाता है। इसकी अब्जोर्प्शन कैपासिटी काफी ज्यादा होती है। इसमें किसी भी तरह की ब्लीच, क्लोरीन, कैमिकल या सिंथेटिक मटेरियल नहीं होता। जिस वजह से यह इको-फ्रेंडली और स्किन फ्रेंडली है। इसे सी-स्पॉन्ज (Sea Sponge) भी कहते है।
पीरियड्स में महिलाएं मेंस्ट्रुअल डिस्क का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। मेंस्ट्रुअल डिस्क भी मेंस्ट्रुअल कप की तरह इंसर्ट की जाती है। लेकिन इसकी प्लेसमेंट मेंस्ट्रुअल कप के मुकाबले वजायना के अंदर थोड़ी आगे की जाती है। मेंस्ट्रुअल कप सर्विक्स के नीचे प्लेस किया जाता है और मेंस्ट्रुअल डिस्क वजायनल कैनाल और सर्विक्स के मिलने वाली जगह वजायनल फोर्निक्स पर प्लेस की जाती है। यह 12 घंटे तक इस्तेमाल की जा सकती है। अब बाजार में री-यूजेबल मेंस्ट्रुअल डिस्क भी उपलब्ध है।
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