Kavita Singh Rathore
आप एक दूसरे के शारीरिक दुःख-दर्द को समझें, यदि आप दुनियाभर की बातें सोचते रहेंगे तो आप एक दूसरे को हो रही तकलीफों को समझ ही नहीं पाएंगे।
अगर आपको और आपके पार्टनर को अकेले इन चुनौतियों से निपटने में मुश्किल हो रही है, तो आप किसी रिलेश्सनशिप काउंसलर की हेल्प ले सकते हैं।