1984 से 2023 तक कैसे बदला एशिया कप का फॉर्मेट

राज एक्सप्रेस & Kavita Singh Rathore

UAE में एशिया कप का पहला संस्करण खेला गया। इसमें 3 देश- भारत, पाकिस्तान, और श्रीलंका ही शामिल हुए। भारत पहले एशिया कप का विजेता रहा था।

1984 में शारजाह से हुई शुरुआत | Raj Express

शुरुआत में एशिया कप हर दो साल में एक बार ODI फॉर्मेट में आयोजित करने का निर्णय लिया गया था। 2014 तक यह ODI फॉर्मेट में ही खेला गया।

ODI फॉर्मेट से हुई शुरूआत | Syed Dabeer Hussain - RE

1986 में भारत ने श्रीलंका से तनावपूर्ण खेल संबंधो के चलते एशिया कप में भाग नहीं लिया था। वहीं भारत के साथ राजनीतिक दबावों के चलते पाकिस्तान ने 1990-91 में टुर्नामेंट का बहिष्कार किया था।

जब भारत और पाकिस्तान ने नहीं लिया टुर्नामेंट में भाग | Syed Dabeer Hussain - RE

2016 में ICC  ने आने वाले वर्ल्ड कप फॉर्मेट के अनुसार एशिया कप को भी ODI और T20 फॉर्मेट में रोटेशनल तरीके से कराने का निर्णय किया।

2016 में बदले फॉर्मेट के नियम | Syed Dabeer Hussain - RE

इस साल ODI वर्ल्ड कप होना है इसलिए एशिया कप ODI फॉर्मेट में हो रहा है। वहीं 2016 और 2022 में T20 वर्ल्ड कप थे इसलिए तब एशिया कप T20 फॉर्मेट में हुए थे।

इस साल ODI वर्ल्ड कप होना है | Syed Dabeer Hussain - RE

2018 में ICC ने एशिया कप के सभी मैचेस को ODI स्टेटस देने का निर्णय लिया। इससे पहले जिन देशों को इंटरनेशनल लेवल पर ODI स्टेटस प्राप्त नहीं होता था, उनके साथ के मैचेस को भी ODI स्टेटस नहीं मिलता था। पर 2018 में हांगकांग की टीम के साथ खेलें सभी मैचेस को ODI स्टेटस मिला।

2018 में ICC ने सभी मैचों को दिया ODI स्टेटस | Syed Dabeer Hussain - RE

एशिया कप के इतिहास में इंडिया 7 ट्राफी के साथ सबसे सफल टीम है। वहीं 6 ट्राफी के साथ श्रीलंका दूसरी सबसे सफल टीम है। श्रीलंका वर्तमान में डिफेंडिंग चैंपियन भी है।

भारत है सबसे सफल टीम | Syed Dabeer Hussain - RE
खेल से जुड़ी जानकारी के लिए