अगर पसंद हो जूस पीना तो जान लें कब और कैसे पिए

Kavita Singh Rathore

जूस को तैयार करने के तुरंत बाद, इसकी विटामिन सामग्री कम हो जाती है। इसलिए, घर पर बनाया गया ताजा जूस ज्‍यादा देर तक स्‍टोर करके नहीं रखना चाहिए। क्योंकि, कटे हुए फल हवा के संपर्क में आते ही रंग बदल लेते है। ज्‍यादा से ज्‍यादा आप इसे 24 से 48 घंटों तक फ्रेश रख सकते हैं। इसके बाद यह पीने लायक नहीं रह जाता है।

कितनी देर ना रखें जूस | Syed Dabeer Hussain - RE

कुछ लोग जूस को पानी की तरह सैकंड में पी जाते हैं। लेकिन यह तरीका गलत है। जिस तरह हम धीरे-धीरे खाना खाते हैं, उसी तरह हमें जूस का सेवन भी धीरे-धीरे करना चाहिए। इस तरह से जूस पीना न केवल पाचन के लिए बेहतर है, बल्कि यह आपके ब्‍लड स्‍ट्रीम में शुगर और पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाता है। 

जूस पीने का सही तरीका | Syed Dabeer Hussain - RE

वैसे तो जूस पीने का सही समय सुबह नाश्ते से पहले है। यानि जूस हमेशा खाली पेट पीना चाहिए। ताकि आपका डाइजेस्टिव सिस्‍टम इसमें मौजूद सभी पोषक तत्‍वों को अवशोषित कर सके। खाना खाने के दौरान या उसके बाद जूस पिने से लाभ कम होगा। अगर भरे पेट पर जूस पिए तो भोजन के कम से कम दो घंटे और जूस पीने के बाद भोजन करने के लिए 20 मिनट का गैप रखें।

जूस पीने का सही समय | Syed Dabeer Hussain - RE

फलों में नेचुरल शुगर होती है जिसे कम करने की जरूरत होती है। कोशिश करें आप बिना चीनी के फलों से जूस बनाए। इसके लिए सब्जियों के साथ फल को संतुलित करने की कोशिश करें। केले, पालक, खीरा और अजवाइन जैसी सब्जियां न केवल चीनी की मात्रा को कम करती हैं बल्कि जरूरी पोषक तत्व और फाइबर भी जोड़ती हैं, जो पाचन और समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

जूस बनाने का तरीका | Syed Dabeer Hussain - RE

अगर आप जूस को फ्रिज में स्‍टोर करते हैं, तो इसे एयरटाइट कांच के कंटेनर में रखें। क्योंकि, यह ऑक्सीडेशन को रोकता है,जिससे इसका रंग और स्‍वाद दोनों नहीं बदलते।

कैसे करें जूस को स्‍टोर | Syed Dabeer Hussain - RE

जूस को कैफीन के साथ नहीं पीना चाइये। इस लिए जूस के साथ चाय आदि चीजों की जगह हर्बल चाय जैसे हेल्‍दी ऑप्‍शन चुने। कैफीन के इंटेक को कंट्रोल करके, आप अपने शरीर को जूस के पौष्टिक प्रभावों का लाभ दे सकते हैं।

कभी न लें कैफीन के साथ जूस | Syed Dabeer Hussain - RE

रोजाना जूस पीने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि, आप पानी की मात्रा कम कर दें। जूस हाइड्रेटिंग होते हैं, लेकिन यह पानी को रिप्‍लेस नहीं कर सकते। सिर्फ जूस पीते रहने से भी किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है, इसलिए, दिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना जरूरी है।

जूस के साथ पानी भी है जरूरी | Syed Dabeer Hussain - RE

सुबह, दोपहर या रात, क्‍या है जूस पीने का बेस्‍ट टाइम

सुबह, दोपहर या रात, क्‍या है जूस पीने का बेस्‍ट टाइम | Raj Express
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