मोदक को गणेश जी का पसंदीदा पकवान माना जाता है। इलसिए भोग में एक दिन मोदक तो होना ही चाहिए। आप खोया, गुड़, नारियल, या मेवे के मोदक बना सकते हैं। अच्छे स्वाद के लिए मोदक को घी में तलने का प्रयास करें।
मोदक | Syed Dabeer Hussain - RE
मोदक के अलावा बेसन के लड्डू का भोग भी गणपति बप्पा का पसंदीदा है। इसे बनाने में थोड़ा समय लगता है, इसलिए अगर आप यह भोग लगाना चाहते हैं तो एक दिन पहले ही लड्डू बनाकर रख लें।
बेसन के लड्डू | Syed Dabeer Hussain - RE
साटोरी एक प्रसिद्ध महाराष्ट्रीयन मिष्ठान है। इसे आटे के अंदर खोया या बेसन की स्टफिंग करके बनाया जाता है। स्टफिंग के बाद आटे के गोले को राटी की तरह बेल कर घी डालकर तवे पर सेका जाता है।
साटोरी | Syed Dabeer Hussain - RE
पुरण पोली महाराष्ट्र का सबसे प्रसिद्ध मिष्ठान है। गणेशोत्सव में महाराष्ट्रीयन घरों में इसका भोग तो लगता ही है। इस रोटी की स्टफिंग को चने की दाल और गुड़ या शक्कर के साथ बनाया जाता है। इस रोटी को घी में सेका जाता है।
पुरण पोली | Syed Dabeer Hussain - RE
यह महाराष्ट्रीयन मिष्ठान बनाने के लिए, दही से पूरा पानी निकालकर चक्का बना लिया जाता है। इस चक्के में शक्कर, जायफल, इलायची, और मेवे मिलाकर श्रीखंड तैयार होता है।
श्रीखंड | Syed Dabeer Hussain - RE
सूजी को घी में भूनकर पानी और शक्कर डालकर बनाए हलुए को महाराष्ट्र में शीरा कहा जाता है। इसमें आप सूखे मेवे और केले के टुकड़े भी डाल सकते हैं। यह भी गणेशोत्सव के लिए एक प्रचलित भोग है।
शीरा | Syed Dabeer Hussain - RE
नारियल, शक्कर और, मेवे की बनी बर्फी भी गणेशोत्सव के लिए एक उत्तम भोग है। यह मिष्ठान जल्दी बन जाता है और बहुत स्वादिष्ट भी लगता है।
नारियल की बर्फी | Syed Dabeer Hussain - RE
गणेश पूजन में हो ना जाए गलती
गणेश पूजन में वर्जित है इन वस्तुओं का इस्तेमाल | Syed Dabeer Hussain - RE