विश्व उपभोक्ता दिवस Syed Dabeer Hussain - RE
दुनिया

क्यों मनाया जाता है विश्व उपभोक्ता दिवस? जानिए क्या है इस दिन का इतिहास?

व्यापारी कई बार मुनाफे के चलते मिलावट से लेकर एमआरपी से अधिक में वस्तुओं को बेचते हैं। लेकिन इसके बावजूद उपभोक्ता अपने अधिकारों का उपयोग नहीं कर पाते और ठगी का शिकार हो जाते हैं।

Vishwabandhu Pandey

राज एक्सप्रेस। दुनिया भर में हर साल 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन सभी जगहों पर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक किया जाता है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को अपनी आवश्यकता के प्रति भी सजग रहने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस खास दिन पर चलिए आपको बताते हैं इस दिन का इतिहास, उद्देश्य और थीम।

विश्व उपभोक्ता दिवस का इतिहास :

बताया जाता है कि 15 मार्च 1962 के दिन अमेरिकी कांग्रेस को तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैडी ने एक खास सन्देश भेजा था। जिसमें उपभोक्ता के अधिकारों को लेकर बातचीत की थी। इसे देखते हुए पहली बार साल 1983 में 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता दिवस मनाया गया था। हालाँकि भारत में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 24 दिसम्बर को मनाया जाता है। क्योंकि देश के राष्ट्रपति के द्वारा उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1949 को इसी दिन स्वीकार किया गया था।

विश्व उपभोक्ता दिवस की थीम :

हर साल इस दिन को दुनियाभर में एक थीम के अनुसार मनाया जाता है। इस साल विश्व उपभोक्ता दिवस की थीम फेयर डिजिटल फाइनेंस रखी गई है।

विश्व उपभोक्ता दिवस का उद्देश्य :

इस दिन का का मुख्य उद्देश्य समस्त उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। ताकि वे समाज में अपने साथ हो रही ठगी से सावधान हो सकें। क्योंकि आज के समय में यह देखा जाता है कि व्यापारी कई बार मुनाफे के चलते मिलावट से लेकर एमआरपी से अधिक में वस्तुओं को बेचते हैं। लेकिन इसके बावजूद उपभोक्ता अपने अधिकारों का उपयोग नहीं कर पाते और ठगी का शिकार हो जाते हैं।

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