अफगानिस्तान, दुनिया। भारत में कोरोना काल में जब सिनेमाघर बंद थे। उस समय देश का एक बड़ा वर्ग ऐसा था जो परेशान हो गया था क्योंकि, भारत में बहुत से लोग सिनेमाघर जाकर फिल्म देखने के शौकीन है। हालांकि, उस समय महामारी एक बहुत बड़ा कारण था जिसको हर कोई समझ सकता था, लेकिन अफगानिस्तान में पिछले एक साल से लगातार सभी सिनेमाघर बंद है। जिससे लोग काफी परेशान हो गए है और यह किसी महामारी के चलते नहीं बल्कि वहां के तालिबान शासन के चलते हुआ है। हालांकि, वहां के लोगों के लिए अब ख़ुशी की खबर यह है कि, पूरे एक साल बाद यहां सिनेमाघर खुलने वाले है।
एक साल बाद खुलने जा रहा सिनेमाघर :
दरअसल, अफगानिस्तान में पिछले साल अगस्त से ही सभी सिनेमाघर बंद है। ऐसा तब से हुआ है जब से अगस्त 2021 में यहां तालिबान शासन लागू हो गया। हालांकि, अब अफगानिस्तान में सिनेमाघर खुलने के लिए तैयार है और यहां सिनेमाघरों में फिल्में भी दिखाई जाएंगी, लेकिन इन फिल्मों में महिलाओं की भूमिका न के बराबर ही रहने वाली है। इस मामले में एक मीडिया रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें साफ़ तौर पर इस बारे में जानकारी दी गई है। यहां, सिनेमाघरों के एक पूरे साल के बाद खुलने के चलते यहां की जनता काफी खुशी नज़र आ रही हैं।
क्यों बंद हुए थे सिनेमाघर :
बता दें, अफगानिस्तान देश में तालिबान का शासन सत्ता में आया था और इस दौरान तालिबान ने देश के सिनेमाघरों को बंद करने के आदेश दिए थे। सिनेमाघरों में महिला की भूमिका न के बराबर होने के कारण इस फैसले का लोग विरोध कर रहे है। लोगों का कहना है कि, इस तरह का फैसला महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन है। यहां के लोग इस फैसले को लेकर गंभीर चिंता जाहिर करते नज़र आ रहे हैं।
37 फिल्मों और डॉक्यूमेंट्री में दिखेगी सिर्फ एक महिला :
आपको जानकर हैरानी होगी कि, अफगानिस्तान में 37 फिल्मों और डॉक्यूमेंट्री (movies and documentaries) रिलीज होने वाली है और इन सभी फिल्मों और डॉक्यूमेंट्री में मात्र एक महिला अभिनेत्री नज़र आने वाली है और वह अभिनेत्री 'आतिफा मोहम्मदी' है। उन्होंने ही इन सभी में कार्य किया है। इस बारे में जानकारी अफगानी न्यूज एजेंसी खामा प्रेस ने जानकारी दी है। उधर इस मामले में कलाकार अब्दुल साबोर खिनजी का भी बयान सामने आया है।
अब्दुल साबोर खिनजी का बयान :
अब्दुल साबोर खिनजी ने अपने बयान में कहा है कि, 'एक साल बाद सिनेमाघरों के खुलने से फिल्मों के अभिनेता खुश हैं। फिल्मों के निर्माण के लिए धन उपलब्ध करना होगा। एक साल बाद फिर से सिनेमाघर खुल रहे हैं। स्थानीय पोर्टल के अनुसार एक अन्य कलाकार फयाज इफ्तिखार ने कहा कि हमने अपनी पॉकेट मनी फिल्मों पर खर्च कर दिया है। हम सिर्फ अपना काम करके खुश हैं।'
गौरतलब है कि, तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में पिछले महीने ही महिलाओं और लड़कियों के घरों से निकलने पर प्रतिबंध लगा दिए गए है। तालिबान ने कहा था कि, 'जब तक जरूरी न हो महिलाएं और लड़कियां अपने घर से ना निकलें। अगर निकल भी रही हैं तो वह अपने पूरे शरीर और चेहरे को ढंक कर निकले।'
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