जोहानसबर्ग। एक टी20 मैच खेलने में जितना समय लगता है उतने समय में दक्षिण अफ्रीका में औसतन एक महिला की हत्या कर दी जाती है। एक वनडे के दौरान दो महिलाओं की मौत हो जाती है। यह वे संख्याएं हैं जिन्हें लुंगी एनगिदी को नजर अंदाज करना मुश्किल लगता है।
एनगिदी ने क्रिकइंफ़ो से कहा, दक्षिण अफ्रीका में हर चार घंटे में एक महिला की मौत हो जाती है। मानसिक रूप से इस तथ्य को स्वीकार कर पाना बहुत मुश्किल है। यह अविश्वसनीय है। इस तरह की बातें सुनने और जानने के बाद मैं हैरान रह जाता हूँ क्योंकि मेरे परिवार में भी महिलाएं हैं और कई महिला दोस्त हैं। इस तथ्य के बारे में कुछ करने की जरूरत है। एनगिदी की यह टिप्पणी संयुक्त राष्ट्र की लैंगिक हिंसा के खिलाफ शुरु कि गई मुहिम के वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय अभियान के दौरान आई है। यह 25 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच होता है। लेकिन एनगिदी महीनों से लैंगिक हिंसा के प्रभावों के बार में सोच रहे हैं।
उन्होंने कहा यह कुछ ऐसा है जो वास्तव में मुझे लॉकडाउन अवधि के दौरान पता चला। हम इतने व्यस्त रहते हैं कि देश में हो रही चीजों को पढ़ने के लिए समय नहीं मिलता है। लेकिन उस अवधि के दौरान यह कुछ ऐसा था जिसे हाईलाइट किया गया था और ये बातें अचानक बाहर आई थीं।
कई देशों ने 2020 के कड़े लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा में वृद्धि की सूचना दी। दक्षिण अफ्रीका ने पहले 21 दिनों के लॉकडाउन में एक लाख 20 हजार से अधिक मामलों की पुष्टि की। पुलिस के आंकड़े कहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका में 2019-20 में 53 हजार 293 यौन अपराध दर्ज किए गए। औसतन 146 अपराध प्रति दिन, जो 2018-19 (प्रति दिन 143 अपराध) से भी ज्यादा था। इनमें से ज्यादातर मामले रेप के थे, पुलिस ने 2019-20 में 42,289 रेप के मामले दर्ज किए।
एनगिदी ने कहा, मैंने सोचा कि काश मैं भी इस मामले को कम करने के लिए किसी तरह का योगदान दे पाता और कुछ बदलाव करने का प्रयास करता। यह साफ है कि यह ऐसा कुछ नहीं है कि हम बस दिखावे के लिए ऐसा कर रहे हैं, इसके इतर हम इस मामले में बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र वूमेन फॉर चेंज प्रोग्राम और उइनेने मरवेटयाना फाउंडेशन के साथ एनगिदी साझेदारी करेंगे। उइनेने मरवेटयाना नाम की 19 वर्षीय छात्रा की याद में यह संस्था स्थापित की गई थी। इस छात्रा की अगस्त 2019 में केप टाउन में यौन उत्पीड़न और हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद महिलाओं के शोषण के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हुआ था। मरवेटयाना को स्प्रिंगबॉक रग्बी खिलाड़ी मकाजोल मपिंपी द्वारा भी सम्मानित किया गया था, जिन्होंने 2019 के रग्बी विश्व कप में मृवत्याना के नाम का एक रिस्टबैंड पहना था।
एनगिदी ने कहा, मपिंपी का मरवेटयाना को इस तरह के स्टेज पर श्रद्धांजलि देना एक बड़ा स्टेटमेंट था। इसीलिए मेरा मानना है कि खेल में प्रभावित करने की क्षमता होती है। बस उस छोटे से इशारे ने बहुत ध्यान आकर्षित किया और कुछ लोग जो नहीं जानते थे (अब) जानते हैं कि क्या हुआ था।
जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या और नस्लवाद विरोधी आंदोलन के उदय के बाद से पिछले 18 महीनों में सामाजिक भेदभाव के खिलाफ खेल में विरोध आम हो गया है। साउथ अफ्रीका में वह एनगिदी ही थे जिन्होंने ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के बारे में बात की थी।
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