अब तक अपने देखा होगा लोग अपने बच्चों के नाम कुछ ऐसे रखने की कोशिश करते हैं, जो एक दम यूनिक हो साथी ही उनका अर्थ कुछ अध्यात्म को लेकर हो या कोई ऐसा नाम जिसका कुछ अच्छा सा अर्थ हो। ऐसा सिर्फ भारत में नहीं आपको लगभग हर देश में देखने को मिलेगा, लेकिन नॉर्थ कोरिया में बच्चों के नाम को लेकर माता-पिता के लिए एक अजीबो-गरीब और हैरान कर देने वाला फरमान जारी किया गया है। इस फरमान के अनुसार अब यहां माता-पिता को बच्चों के नाम भी अब सरकार की मर्जी से ही रखने होंगे। इतना ही नहीं नॉर्थ कोरिया की सरकार ने बच्चों के नाम भी बता दिए हैं कि, उन्हें क्या रखना होगा।
नॉर्थ कोरिया सरकार का हैरानीभरा फरमान :
दरअसल, नॉर्थ कोरिया एक ऐसा देश हैं जहां हमेशा से तानाशाही शासन देखने को मिला हैं। यहां कोई भी आदेश एक फरमान की तरह जारी कर दिया जाता है, जिसे सभी को मानना ही पड़ता है और न मानने वाले को सजा भुगतनी पड़ती है। वहीं, अब यहां की तानाशाही सरकार ने माता-पिता को बच्चों के नाम को लेकर अजीब से आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत सरकार ने अब से होने वाले बच्चों के नाम निर्धारित कर दिए हैं। सरकार ने बच्चों के लिए जो नाम बताएं हैं उन्हें सुनकर हर कोई हैरान रह गया है। क्योंकि, वह नाम 'गन', 'बम' और 'सैटेलाइट' हैं। इस मामले में अधिकारीयों ने माता-पिता को आदेश दिए हैं।
अधिकारियों ने दिए आदेश :
बताते चलें, नॉर्थ कोरिया सरकार का हैरानी भरा फरमान देते हुए यहां के अधिकारियों ने पैरेंट्स से कहा है कि, 'वे अपने बच्चों को बम, गन और सैटेलाइट की तर्ज पर नाम दें। क्योंकि, इन नामों को देशभक्ति से ओतप्रोत बताया गया है।' खबरों की माने तो, नॉर्थ कोरिया ने यह फैसला ऐसे से नामों के चलते लिया है, जिन्हें सरकार बहुत नरम समझती आई है। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब कम्युनिस्ट सरकार ने नामों को लेकर कोई आदेश जारी किया हो। इससे पहले दिए गए आदेशों के अनुसार, यहां, A Ri (लव्ड वन) Su Mi (सुपर ब्यूटी) जैसे प्यारे नामों का इस्तेमाल करने को बोला गया था, लेकिन फिर सरकार ने आदेश दिए कि लोगों के नाम ऐसे रखे जाएं जो, अधिक देशभक्त और वैचारिक हो।
तानाशाह किम जोंग की मर्जी :
मीडिया रिपोर्ट की माने तो, तानाशाह किम जोंग की मर्जी है कि, यहां पैरेंट्स बच्चों का Pok II (बम), Chung Sim (वफादारी) और Ui Song (सैटेलाइट) जैसे नाम रखें। इसके अलावा जिन पैरेंट्स ने इस फरमान का पालन नहीं किया उन्हें जुर्माना देना होगा। यहां एक-एक नागरिक ने बताया है कि, 'लोग यह शिकायत कर रहे हैं कि अधिकारी लोगों पर वह नाम रखने का दबाव बना रहे हैं, जो सत्ता चाहती है। पिछले महीने से लोगों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। नाम में बदलाव करने के लिए उनके पास इस साल के आखिर तक का वक्त है। सीधे शब्दों में समझें तो यहाँ की सरकार चाहती है कि, यहां के बच्चों के नाम क्रांतिकारी मानकों को पूरा करें। साथ ही इन नामों से कोई सियासी मतलब निकलना चाहिए।
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