राज एक्सप्रेस। एक बार फिर से यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद को लेकर इजरायल और अन्य मुस्लिम देशों के बीच विवाद गहरा गया है। अल-अक्सा मस्जिद में नमाजियों को पीटने के चलते मुस्लिम वर्ल्ड ने इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हालांकि यह भी सच है कि अल-अक्सा मस्जिद पिछले कई सालों से इजरायल और मुस्लिम देशों के बीच विवाद की वजह बनी हुई है। यहां प्रार्थना करने को लेकर अक्सर विवाद गहरा जाता है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर इस विवाद की वजह क्या है।
तीन धर्मों के लिए महत्वपूर्ण :
दरअसल अल-अक्सा मस्जिद को मुस्लिम मक्का और मदीना के बाद तीसरी सबसे पवित्र जगह मानते हैं। वहीं यहूदी इसे टेंपल टाउन कहते हैं और यह उनका सबसे पवित्र धार्मिक स्थल है। इसके अलावा ईसाईयों के लिए भी धार्मिक रूप से इस जगह का खास महत्व है। यही कारण है कि इस जगह को लेकर यहूदियों और फिलिस्तीनियों के बीच विवाद होता रहता है।
विवाद की वजह बना समझौता :
अल-अक्सा मस्जिद में आए दिन होने वाले विवाद के पीछे जॉर्डन और इजराइल के बीच हुए एक समझौते को भी बड़ी वजह माना जाता है। इस समझौते के तहत अल-अक्सा मस्जिद के अंदर इस्लामिक ट्रस्ट वक्फ का नियंत्रण होगा जबकि इसकी बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी इजराइल की होती। अब यही समझौता विवाद की वजह बनता जा रहा है।
क्यों होता है विवाद?
दरअसल और इजराइल के बीच हुए समझौते के तहत अल-अक्सा मस्जिद में सिर्फ मुस्लिमों को ही इबादत करने की इजाजत होती। गैर-मुस्लिम इस मस्जिद के अंदर आ सकते हैं, लेकिन वह यहां प्रार्थना नहीं कर सकते हैं। हालांकि इस समझौते के बावजूद कई बार यहूदी मस्जिद के अंदर प्रार्थना करते हैं। इससे दोनों धर्मों के बीच विवाद की स्थिति बन जाती है।
एक अन्य नियम के तहत मुस्लिमों को मस्जिद के अंदर इबादत करने की इजाजत तो है लेकिन वह मस्जिद के अंदर रात नहीं रुक सकते हैं। सिर्फ रमजान के आखिरी 10 दिनों में ही मुस्लिमों को मस्जिद के अंदर रुकने की इजाजत होती है। लेकिन कई बार मुस्लिम इबादत करने के लिए मस्जिद में दाखिल होते हैं, लेकिन रात होने तक वापस बाहर नहीं आते। ऐसे में इजराइल के सुरक्षाकर्मी उन्हें बाहर निकालने के लिए बल प्रयोग करते हैं, जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।