Russian hackers tried to hack US presidential campaigns Social Media
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Microsoft: रूसी हैकर्स की US राष्ट्रपति के अभियानों को हैक करने की कोशिश

'Microsoft' कंपनी ने गुरुवार को रूस, चीन और ईरान से संयुक्त राज्य अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति अभियानों में शामिल व्यक्तियों और संगठनों पर हुए कई साइबर अटैक को लेकर बयान जारी किया है।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। जब भी IT सेक्टर की टॉप कंपनियों की बात हो और दिग्गज कंपनी 'Microsoft' का नाम जरूर आता है। वहीं, अब कंपनी ने गुरुवार को रूस, चीन और ईरान से संयुक्त राज्य अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति अभियानों में शामिल व्यक्तियों और संगठनों पर हुए कई साइबर अटैक को लेकर बयान जारी किया है।

Microsoft का कहना :

दरअसल, Microsoft कंपनी एक बयान जारी कर कहा है कि, 'बीते कुछ दिनों में, Microsoft ने आने वाले राष्ट्रपति चुनाव में शामिल होने वाले लोगों और संगठनों के डाटा को चुराने के लिए किए गए साइबर अटैक के बारे में जानकारी जुटाई है। यदि इन नेताओं की बात की जाये तो इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और बिडेन शामिल हैं। हालांकि इन दोनों अभियानों से जुड़े लोगों पर यह शामिल हमले असफल हैं।'

Microsoft कंपनी की घोषणा :

Microsoft कंपनी ने बताया कि, 'हम एक ऐसी गतिविधि की घोषणा कर रहे हैं, जिससे साफ़ हो जाएगा कि विदेशी गतिविधि समूहों ने 2020 के चुनाव को लक्षित करने के लिए अपने प्रयासों को आगे बढ़ाया है जैसा कि, प्रत्याशित किया गया था। साइबर अटैक करने वाले हैकर के ग्रुप ने रूस के स्ट्रोंटियम, चीन के ज़िरकोनियम और ईरान के फॉस्फोरस से संचालित होते हैं। इसके अलावा 200 से अधिक स्ट्रोंटियम के लक्ष्यों में अमेरिकी-आधारित सलाहकार हैं, जो रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स की सेवा करते हैं, थिंक टैंक, संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रीय और राज्य राजनीतिक पार्टी संगठनों के साथ-साथ यूनाइटेड किंगडम में राजनीतिक दल भी हैं।'

चुनाव में शामिल उच्च-प्रोफ़ाइल व्यक्तियों :

Microsoft ने बताया है कि, 'इन हैकर्स ने चीन के जिरकोनियम ने चुनाव में शामिल उच्च-प्रोफ़ाइल व्यक्तियों पर हमला किया, जिसमें जो बिडेन के अभियान से जुड़े लोग और "अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रमुख नेता शामिल हैं।" खबरों की मानें तो, ईरान के फॉस्फोरस ने डोनाल्ड ट्रम्प के अभियान से जुड़े लोगों के व्यक्तिगत एकाउंट्स पर लगातार अटैक हो रहे हैं।

Microsoft ने यह भी बताया कि, ज्यादातर अटैक का पता चला और उसके उत्पादों में निर्मित सुरक्षा उपकरणों को रोका गया। इसने उन लोगों को जानकारी दी गई है जिन्हें इन अटैकर्स ने निशाना बनाया था या समझौता किया गया था, ताकि वे खुद को बचाने के लिए कार्रवाई कर सकें।

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