World Turtle Day Special : आज हर कोई घर में एक पेट रखना पसंद करता हैं। जिससे वो अकेलापन महसूस ना करें। जिस प्रकार घर में बच्चों के रहने से अलग ही रौनक रहती हैं ठीक उसी तरह घर में पेट (पालतू) रहने से शांति और सुकून रहता है। आजकल लोग घर में पानी में भी कुछ जिव-जंतु रखना पसंद करते हैं। इसमें मछली के साथ ही अब कछुआ पलना भी काफी चलन में हैं। क्योंकि, कछुए को शांति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है। इन्हीं कछुओं को समर्पित है आज का दिन। आज के दिन को दुनियाभर में "विश्व कछुआ दिवस" (World Turtle Day) के तौर पर मनाया जाता है।
World Turtle Day :
आज का दिन दुनियाभर में "विश्व कछुआ दिवस" के रूप में मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत मालिबू, कैलिफोर्निया के सुसान टेललेम द्वारा की गई है। यह दुनियाभर में हर साल 23 मई को आयोजित किया जाने वाला एक वार्षिक उत्सव है। इसकी शुरुआत साल 2000 में हुई थी। इस दिन की शुरुआत अमेरिकी कछुआ बचाव द्वारा की गई थी इस दिन लोगों को कछुओं और उनके लुप्त हो रहे आवासों को मनाने और उनकी रक्षा करने में मदद करने के साथ-साथ उन्हें जीवित रहने और पनपने में मदद करने के लिए मानव कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
एसेसरीज से ज्वेलरी तक दिख रहे कछुएं :
आज कछुओं को इस हद्द तक शुभ मन जाता हिया कि, लोग घर में सजावट की एसेसरीज से लेकर ज्वेलरी तक कछुए की डिजाइन पसंद करने लगे हैं। आपने बहुत से लोगों को कछुएं की अंगूठी, हार या घर के पर्दे, सजावट के समान आदि में कछुए या उसकी डिजाइन बनी देखी होगी। कई लोग तो सोने के गहनों में भी कछुआ बनवा रहे हैं। कई लोग अपने वर्किंग टेबल या घर में कछुए की मूर्ति रखने लगे हैं।
Turtle और Tortoise में अंतर :
आपको बताते चलें, Turtle और Tortoise में अंतर होता है। भले ही दोनों को हिंदी में कछुआ ही कहा जाता हो, लेकिन Tortoise के शैल अधिक गोल और गुंबददार होते हैं। जबकि, Turtle के पतले, अधिक जल-गतिशील गोले होते हैं। Turtle के शैल तैरने में सहायता के लिए अधिक सुव्यवस्थित होते हैं। इन दोनों में एक प्रमुख महत्वपूर्ण अंतर यह भी है कि, Tortoise अपना ज्यादातर समय जमीन पर व्यतीत करते हैं और Turtle को पानी में बिताए जीवन के लिए अनुकूलित किया जाता है। कछुओं की एक प्रजाती 'Reptile' भी होती है।
कछुआ दिवस की थीम :
विश्व कछुआ दिवस के दिन लोग कछुओं की थीम में तैयार होते हैं। वह हरे रंग के कपडे पहनते हैं। साथ ही आज के दिन राजमार्गों पर पकड़े गए कछुओं को बचाने, अनुसंधान गतिविधियों और पुनर्वास केंद्रों से कछुओं को गोद लेने के के लिए प्रचारित किया जाता है। अमेरिकी कछुआ बचाव कक्षाओं में कछुओं के बारे में शिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए कछुआ दिवस पाठ योजना और शिल्प परियोजनाएं प्रदान करता है।
कछुए की उम्र :
एक कछुए की उम्र 300 साल से ज्यादा मानी जाती है। बता दें, भारत के ओडिशा में एकमात्र कछुआ संरक्षण परियोजना है जिसकी शुरुआत साल 1989 में हुई थी। आज भले ही कछुओं की कई जातियाँ विलुप्त हो चुकी हैं, लेकिन आज भी 327 जातियाँ अस्तित्व में हैं। कई जातियों पर खतरा मंडरा रहा है।
कछुए को लेकर मानी जाने वाली मान्यताएं :
कछुएं की अंगूठी धारण करने से जीवन में चारों तरफ से सुख-सुविधाओं और धन की प्राप्ति होती है।
कछुएं को अंगूठी के तौर पर पहनने से मनुष्य के अंदर धैर्य और शांति आती है।
कछुएं को किसी भी गहने के रूप में धारण करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। इसके अलावा कछुआ शांति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है।
फेंगशुई में भी कछुआ रखना बेहद शुभ माना गया है।
कछुआ रखने से घर और ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
कहा जाता है जहां कुछआ होता है, वहां लक्ष्मी का आगमन होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कछुआ भगवान विष्णु का एक रूप है। क्योंकि, भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण कर समुद्र मंथन के समय मंद्रांचल पर्वत को अपने कवच पर थामा था।
जिसको धन संबंधी परेशानी हो उसे कछुआ रखने से धन की प्राप्ति होती है।
यदि किसी को धन संबंधी परेशानी हो, तो उसे क्रिस्टल वाला कछुआ लाना चाहिए।
घर में कछुआ रखने से परिवार के लोगों की उम्र लंबी होती और वह कई बीमारियों से दूर रहते हैं।
कछुआ पास रखने से नौकरी और परीक्षा में सफलता प्राप्त होती है
कछुआ परिवार को नजर लगाने से बचाता है।
कछुआ रखने की सही दिशा :
क्रिस्टल के बने कछुए दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें।
लकड़ी के बने कछुए पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
काले रंग का कछुआ उत्तर दिशा
ग्रीन ड्रैगन पूर्व दिशा
रेड फिनिक्स को दक्षिण दिशा
सफेद चीते को पश्चिम दिशा
धातु का कछुआ उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा
मिश्रित धातु के कछुए को उत्तर दिशा
मिट्टी का कछुआ उत्तर-पूर्व, मध्य या दक्षिण-पश्चिम दिशा
अगर दिशा समझ ना आए तो, कछुए का मुख मुख्य द्वार की तरफ रखें
लिविंग रूम में किसी भी दिशा में रख सकते हैं।
कछुए को हमेशा पानी में रखना चाहिए। कछुए की धातु वाले किसी बर्तन में जल भरकर उसे रख दें।
कहां कौनसा कछुआ माना जाता है शुभ :
नई दुकान या ऑफिस के लिए चांदी को कछुआ
फेंग शुई में कछुए में यह चार दिव्य जीवों में से एक माना जाता है
मादा कछुआ जिसकी पीठ पर बच्चे कछुए (प्रजनन का प्रतीक) भी हों, इसे संतान ना हो रहो हो ऐसे दंपत्ति को रखना चाहिए।
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