हर साल 13 अगस्त को मनाया जाता है वर्ल्ड ऑर्गन डोनर डे।
अंगदान कर किसी को नया जीवन दे सकते हैं।
एक व्यक्ति के अंगदान से 7 जिंदगियां बच सकती हैं।
ऑर्गन डोनेट करने की कोई उम्र नहीं होती।
World Organ Donation Day : अंगदान किसी के जीवन का तोहफा हो सकता है। देने वाले का तो कुछ नहीं लगता, लेकिन पाने वाले को जैसे दूसरी जिन्दगी मिल जाती है। हम अंगदान की इतनी बात करते हैं, लेकिन आज भी इसे लेकर जन जागरूकता की कमी है। अंगदान करने में कोई बुराई नहीं है, बल्कि यह एक पुण्य का काम है, फिर भी लोग अंगदान करने से बचते हैं। शायद आपको न पता हो, लेकिन एक व्यक्ति के अंगदान से 7 जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। आपको जानकर हैरत होगी कि भारत में अंगों की मांग बहुत ज्यादा है, जबकि अंग दान करने वाले कम। यह दुनिया में सबसे कम अंगदान करने वाला देश है। ऐसा नहीं है कि लोग अंगदान करना नहीं चाहते। पर उनके मन में इससे जुड़े कई सवाल हैं, जिसके जवाब वे जानना चाहते हैं। वर्ल्ड ऑर्गन डोनेशन डे पर लोगों द्वारा पूछे जाने वाले सवालों के जवाब हम आपको यहां बता रहे हैं।
अंग दान करने के क्या फायदे हैं ?
जब आप अपने अंग दान करते हैं, तो ये 7- 10 लोगों को जीवनदान दे सकता है। आप हड्डी, त्वचा, कॉर्निया, हृदय वाल्व और वेसेल्स जैसे टिश्यू दान करके 75 से ज्यादा लोगों को नई जिन्दगी दे सकते हैं।
लोग मरने के बाद अपने अंग दान क्यों नहीं करते?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अध्ययन के अनुसार, लोग अंगदान तो करना चाहते हैं, लेकिन उनके मन में यह भ्रम है कि उनके अंग किसी ऐसे व्यक्ति के पास चले जाएंगे, जो उसके योग्य नहीं है । हालांकि, कई लोगों के पास ऑर्गन डोनर न बनने के अपने कुछ कारण भी होते हैं।
किसी भी हेल्थ कंडीशन में ऑर्गन डोनेट किया जा सकता है ?
कुछ गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों के चलते आप अंगदान नहीं कर सकते। इनमें कैंसर और एचआईवी शामिल हैं।
क्या ऑर्गन डोनर की कोई एज लिमिट होती है ?
बात जब अंगदान की हो, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। मायने रखता है तो बस ऑर्गन डोनर का स्वास्थ्य और अंगों की स्थिति । जन्म से लेकर 65 वर्ष तक के व्यक्ति जिनका ब्रेन डेड हो चुका हो, वो भी ऑर्गन डोनेट कर सकते हैं। 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को डोनर बनने से पहले माता-पिता की अनुमति लेनी होती है।
क्या हमारे मरने के बाद हमारा परिवार इस बारे में कोई फैसला ले सकता है?
अगर आपने डोनर बनने के लिए साइन अप नहीं किया है, तो अभी भी आपका परिवार आपके मरने के बाद आपके अंगों को दान करने की परमिशन दे सकता है। अगर आपने राष्ट्रीय अंग दाता रजिस्ट्री के लिए साइन अप किया है, तो आपका परिवार आपके अंगों को दान करने से नहीं रोक सकता है। अगर आप किसी परिस्थिति में अपने अंगों का दान नहीं करना चाहते हैं, तो यूनिफ़ॉर्म एनाटॉमिकल गिफ्ट एक्ट के तहत आप अपना फैसला बदल सकते हैं।
क्या अंग दान करने में पैसे लगते हैं?
अंग दान में डोनर या उसके परिवार को किसी भी प्रकार का खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती। बल्कि बदले में किसी जरूरतमंद की दुआ ही मिलती है।
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