वाशिंगटन। नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने कहा कि अफगानिस्तान (Afghanistan) में राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व में पतन के कारण ही रूस में प्रतिबंधित तालिबान (Taliban) इस्लामी मूवमेंट ने उस (अफगानिस्तान) पर कब्जा कर लिया। श्री जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज पेपर से कहा, ''हमने अफगानिस्तान (Afghanistan) में राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व का पतन देखा और इसी का फायदा उठाते हुए तालिबान (Taliban) ने उस पर अपना कब्जा कर लिया।"
नाटो प्रमुख ने जोर देते हुए कहा कि इसका अध्ययन करने के लिए विश्लेषण किए जाएंगे कि क्या अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिका (America) और उसके सहयोगियों की वापसी के कारण ही अफगानिस्तान (Afghanistan) सरकार का पतन हुआ था। उन्होंने कहा कि मेरा फोकस इस बात पर है कि हम आतंकवाद के खिलाफ जंग में कैसे सुरक्षित रह सकते हैं और अफगानिस्तान (Afghanistan) से लोगों को कैसे निकाल सकते हैं।
गौरतलब है कि तालिबान (Taliban) ने 15 अगस्त को काबुल (Kabul) में प्रवेश किया और एक सप्ताह तक चले आक्रमण के बाद अमेरिका (America) समर्थित सरकार का पतन हुआ। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त अफगानिस्तान (Afghanistan) के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर संयुक्त अरब अमीरात चले गए। अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबानी कब्जे के बाद हजारों लोग तालबानी आतंकवादियों के प्रतिशोध के भय से देश छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।