राज एक्सप्रेस। पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) में इस समय अफरा-तफरी का माहौल है। इसका कारण यह है कि वहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को गिरफ्तार कर लिया गया है। वैसे इमरान खान की सत्ता जाने के बाद से ही उनकी गिरफ्तारी के कयास लगाए जा रहे थे। इससे पहले भी पुलिस ने कई बार उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। दरअसल पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि वहां सत्ता से हटने के बाद पूर्व राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री को गिरफ्तार कर लिया जाता है। यह सब राजनीतिक बदले की भावना से किया जाता है। तो चलिए जानते हैं पाकिस्तान के उन पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रियों के बारे में, जिन्हें पद से हटने के बाद जेल की हवा खाना पड़ी।
14 अगस्त 1973 से लेकर 5 जुलाई 1977 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे जुल्फिकार अली भुट्टो का उनके ही विश्वासपात्र सेना अध्यक्ष जिया उल हक ने तख्तापलट कर दिया था। यही नहीं तख्तापलट करने के बाद जिया उल हक ने भुट्टो को विपक्षी नेता की हत्या करने के आरोप में जेल भेज दिया। बाद में इसी मामले में 4 अप्रैल 1979 को भुट्टो को फांसी पर भी लटका दिया।
करगिल युद्ध के खलनायक पाकिस्तानी सेना के पूर्व अध्यक्ष परवेज मुशर्रफ ने साल 1999 में नवाज शरीफ सरकार का सैन्य तख्तापलट कर दिया था और बाद में खुद राष्ट्रपति बन गए। आगे चलकर पद से हटने के बाद उन्हें देशद्रोह के मामले में ना सिर्फ गिरफ्तार किया गया बल्कि फांसी की सजा भी सुनाई गई। हालांकि यह बात अलग है कि वह इलाज का बहाना बनाकर पाकिस्तान से बाहर चले गए और फिर मरने के बाद ही पाकिस्तान लौटे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को साल 2018 में भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। उस समय देश में इमरान खान की सरकार थी। इस मामले में नवाज शरीफ को 10 साल की सजा भी सुनाई गई थी। हालांकि सजा के बीच ही वह बीमारी का बहाना बनाकर अपने इलाज के लिए लंदन गए और उसके बाद अब तक नहीं लौटे।
पकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी भी भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा चुके हैं। वह साल 2008 से साल 2012 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे थे।
नवाज शरीफ की गिरफ्तारी के एक साल बाद ही राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने उन्ही की पार्टी के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। अब्बासी पर भी नवाज शरीफ की तरह भ्रष्टाचार के आरोप थे।
भ्रष्टाचार के चलते ‘मिस्ट र 10%’ के नाम से मशहूर पाकिस्ताअन के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भी कई बार जेल की हवा खा चुके हैं। साल 2008 से साल 2013 तक देश के राष्ट्रपति रह चुके जरदारी अब तक करीब 12 साल जेल में रह चुके हैं।
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