पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तीन साल की जेल Syed Dabeer Hussain - RE
एशिया

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तीन साल की जेल, जानिए अब उनके पास क्या विकल्प?

कोर्ट ने ना सिर्फ इमरान खान को 3 साल की सजा सुनाई है बल्कि उनके अगले पांच साल तक चुनाव लड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। यानि अगले पांच साल तक इमरान खान किसी भी सार्वजानिक पद पर नहीं रह सकते हैं।

Priyank Vyas

हाइलाइट्स :

  • पाकिस्तान में एक बार फिर से राजनीतिक हालत बिगड़ चुके हैं।

  • इमरान खान को इस्लामाबाद की ट्रायल कोर्ट ने 3 साल की सजा सुनाई है।

  • कोर्ट ने इमरान खान को तोशाखाना केस में दोषी करार दिया है।

  • कोर्ट ने इमरान खान के अगले पांच साल तक चुनाव लड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

  • इमरान खान पर हुए इस एक्शन के पीछे भी आर्मी को वजह माना जा रहा है।

राज एक्सप्रेस। पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक बार फिर से राजनीतिक हालत बिगड़ चुके हैं। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के नेता इमरान खान को इस्लामाबाद की ट्रायल कोर्ट ने तोशाखाना केस में दोषी करार देते हुए 3 साल की सजा सुनाई है। दूसरी तरफ सजा का ऐलान होते ही लाहौर पुलिस ने इमरान खान को उनके जमान पार्क स्थित घर से गिरफ्तार करके अटक की हाई सिक्योरिटी वाली जेल में डाल दिया है। पाकिस्तान में हुए इस घटनाक्रम के बाद इमरान खान के सियासी भविष्य को लेकर भी सवाल उठ रहा है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर इस मामले में अब इमरान खान के पास क्या विकल्प बचे हैं।

5 साल नहीं लड़ पाएंगे चुनाव

आपको बता दें कि कोर्ट ने ना सिर्फ इमरान खान को 3 साल की सजा सुनाई है बल्कि उनके अगले पांच साल तक चुनाव लड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। यानि अगले पांच साल तक इमरान खान किसी भी सार्वजानिक पद पर नहीं रह सकते हैं। पाकिस्तान में इसी साल प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव होना है।

इमरान के पास क्या विकल्प?

इमरान खान को इस्लामाबाद की ट्रायल कोर्ट ने सजा सुनाई है। ऐसे में इस सजा के खिलाफ इमरान खान के पास हाई कोर्ट में जाने का विकल्प खुला है। अगर इमरान खान को हाई कोर्ट से भी राहत नहीं मिलती है तो फिर वह सुप्रीम कोर्ट में भी इस फैसले के खिलाफ अपील दायर कर रहे हैं। पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल को इमरान खान का करीबी माना जाता है। पिछली बार भी जब इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था, तो उमर अता बंदियाल ने ही उन्हें तुरंत रिहा करने के आदेश जारी किए थे।

क्या इमरान खान के बिना होंगे चुनाव?

कहा जाता है कि पाकिस्तान में आर्मी की सहमती के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता है। इमरान खान पर हुए इस एक्शन के पीछे भी आर्मी को वजह माना जा रहा है। इमरान खान भी खुद कह चुके हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने में आर्मी का हाथ है। वर्तमान पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर के साथ भी इमरान खान के संबंध अच्छे नहीं हैं। इससे पहले जब इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था तो उनके समर्थकों ने पाकिस्तानी आर्मी के कई ठिकानो पर हमला कर दिया था। इसके बाद से ही इमरान खान से आर्मी और ज्यादा नाराज हो गई। आर्मी के दबाव में इमरान खान की पार्टी के कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पाकिस्तान में अगले कुछ दिनों में होने वाला आम चुनाव इमरान खान के बिना ही हो सकता है।

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