काबुल। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा है कि अफगानिस्तान में जल्द ही गठित होने वाली सरकार में किसी महिला मंत्री को शामिल नहीं किया जाएगा। तालिबानी प्रवक्ता मुजाहिद ने इटली के ला रिपब्लिक समाचार पत्र से कहा, ''हम जल्दी ही राष्ट्रीय एकता की नई सरकार का गठन करेंगे। हम पिछले मंत्रालयों की संख्या से मात्र आधी संख्या के साथ सरकार बनाना चाहते हैं।" उन्होंने कहा कुरान और शरीयत के आधार पर महिलाएं मंत्री नहीं बन सकतीं, लेकिन महिलाएं मंत्रालयों पुलिस विभाग और अदालत में सहायक के तौर पर काम कर सकती हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान की महिलाओं को विश्वविद्यालयों में जाने से नहीं रोका जाएगा। पंजशीर में प्रतिरोधी मोर्चा के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि शांति वार्ता का कोई समाधान नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि जहां तक अंतरराष्ट्रीय संबंधों का सवाल है तो तालिबान चीन को मुख्य भागीदार मानता है जो अफगानिस्तान में निवेश करने और देश के पुनर्निर्माण के लिए तैयार है।
मुजाहिद ने कहा, ''विश्व के बाजारों में जाने के लिए चीन हमारे लिए एक पास की तरह है।" उन्होंने कहा हमें हालांकि ऐसा लगता है, लेकिन रूस के साथ हमारे संबंध खराब नहीं हैं, जो इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रूस के साथ हमारे ज्यादातर राजनीतिक और आर्थिक संबंध है और रूस अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए अनूकूल स्थितियां बनाने में अपना योगदान देता है।
गौरतलब है कि तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल को अपने नियंत्रण में ले लिया था। जिसके बाद से कई देशों ने अपने दूतावासों और राजनयिक कर्मचारियों को वहां से वापस बुला लिया है। कुछ देशों ने अपने राजनयिक मिशनों को तुर्की या कतर या फिर उसके आस-पास के देशों में स्थानांतरित करने का विकल्प चुना है। जबकि रूस और चीनी दूतावास अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से ही निरंतर संचालन कर रहे हैं।
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