ढाका। बंगलादेश की राजधानी ढाका के वारी में इस्कॉन द्वारा संचालित श्री श्री राधाकांता जियो मंदिर की साइट पर कब्जा करने आए लगभग 100 लोगों के खिलाफ पुलिस ने अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया है। पूरे बंगलादेश में हिन्दू समुदायों ने शुक्रवार दोपहर इस घटना का विरोध किया। उल्लेखनीय है कि मंदिर में श्रद्धालु 17 मार्च को बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु की 102वीं जयंती समारोह मना रहे थे। शाम साढ़े सात बजे के करीब तीन ट्रकों से 80 से 100 बदमाश उतरे और 'अल्लाह ओ अकबर' के नारे लगाते हुए मंदिर पर हमला कर दिया।
उस दौरान मंदिर के अंदर मौजूद श्रद्धालु में दहशत फैल गई। बदमाश मंदिर के सचिव रूपानु गौर को बेरहमी से पीटने लगे तथा उन्हें एक स्थानीय मस्जिद में लेकर चले गए। बदमाशों ने मंदिर के घर में टीन की मंडप और सरस्वती प्रतिमा को तोड़फोड़ की तथा मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली लोहे की छड़ सहित अन्य सामग्रियों को ट्रक में भर लिया।
इस घटना के बाद सुमंत्र चंदा नाम का शख्स घटना के विरोध में वारी थाने में मामला दर्ज करने गया, हालांकि पुलिस ने इस संदर्भ में मामला दर्ज नहीं किया। उल्लेखनीय है कि हिन्दू कल्याण फाउंडेशन, बांग्लादेश सनातन कल्याण जोटे तथा अन्य हिन्दू संगठनों ने आज दोपहर नेशनल प्रेस क्लब के सामने एक मानव श्रृंखला बनाकर इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।
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