Inflation in Pakistan : बीते लंबे समय से पड़ोसी देश पाकिस्तान के आर्थिक हालात ठीक नहीं चल रहे हैं। आए दिन पाकिस्तान में महंगाई बढ़ती जा रही है, जिसके चलते आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि पाकिस्तान की वार्षिक मुद्रास्फीति दर 38.42 प्रतिशत तक पहुँच चुकी है। जहाँ एक तरफ पाकिस्तान के लिए भी इस मुश्किल से निकलना आसान नहीं दिखा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों के लिए खाने के सामान ने लिए भी मशक्कत करना पड़ रही है। चलिए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।
रोजा तोड़ना भी हुआ मुश्किल :
पाकिस्तान में सबसे पहले पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे थे। जिसके बाद यहाँ महंगाई की मार पड़ने लगी। देखते ही देखते यहाँ महंगाई इस कदर बढ़ गई कि खाने की चीजों के दाम भी आसमान छूने लगे। फ़िलहाल की बात करें तो आज केले का दाम 450 रुपए दर्जन तो वहीं सेब 400 रुपए किलोग्राम तक पहुँच चुके हैं। इतनी महंगाई के कारण रमजान के महीने में लोगों के लिए रोजा तोड़ना भी बहुत मुश्किल हो रहा है।
विदेशी कर्ज में डूबा है देश :
आपको बता दें कि यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस (यूएसआईपी) की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान को अप्रैल 2023 से लेकर जून 2026 तक करीब 77.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज चुकाना है। यदि पाकिस्तान इस कर्ज को चुकाने में नाकामयाब होता है तो इसके परिणाम बुरे हो सकते हैं।
क्या है इस परेशानी से निकलने का रास्ता?
ऐसे कठिन समय में पाकिस्तान के पास एकमात्र उम्मीद अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष नजर आ रही है। देश को उम्मीद है कि IMF उसे 1.1 अरब डॉलर की फंडिंग करेगा। लेकिन देखा जाए तो यह रकम मिलना भी मुश्किल नजर आ रहा है।
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