ढाका। भारत की एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) पेट्रापोल से होते हुए लगभग 160 टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन गुरुवार को बंगलादेश पहुंची। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को मात देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'पड़ोस पहले' नीति के अनुरूप आईसीपी पेट्रापोल से आपातकालीन जरूरत को पूरा करने के लिए लगभग 160 टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन बंगलादेश पहुंचायी गयी। यह ऑक्सीजन 11 टैंकरों में पहुंचायी गयी और इसे बंगलादेश की तीन कंपनियों लिंडे, स्पेक्ट्रा और प्योर ऑक्सीजन ने आयात किया है।
बंगलादेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की गंभीर स्थिति को देखते हुए आईसीपी पेट्रापोल के अधिकारियों ने मेडिकल ऑक्सीजन के आयात के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की। ढाका में भारतीय उच्चायोग सूचना एवं संस्कृति प्रथम सचिव देवब्रत पॉल ने अपने बयान में ये बातें कहीं।
आईसीपी पेट्रापोल सीमा शुल्क विभाग सहायक आयुक्त अनीत जैन ने कहा कि ईद-उल-अजहा की छुट्टी के बावजूद बंदरगाह अधिकारियों, सीमा शुल्क अधिकारियों, बीएसएफ और सी एंड एफ एजेंटों की एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम लगातार ढाका में भारतीय उच्चायोग और बेनापोल अधिकारियों के संपर्क में रही थी। पेट्रापोल बंदरगाह के निदेशक कमलेश सैनी ने कहा कि क्षेत्र के अधिकारियों को पेट्रापोल बंदरगाह से तरल चिकित्सा ऑक्सीजन के परिवहन के लिए विशेष निर्देश दिए गए। दोनों देशों के बंदरगाह अधिकारियों के बीच उत्कृष्ट समझबूझ और एक-दूसरे की मदद करने की दोनों देशों में लंबी परंपरा रही है।
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