खूनी रहा है पाकिस्तान की सियासत का इतिहास Social Media
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खूनी रहा है पाकिस्तान की सियासत का इतिहास, इमरान खान से पहले इन बड़े नेताओं पर भी हो चुके हैं हमले

आपको बता दे कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान के किसी बड़े नेता पर जानलेवा हमला हुआ है। पाकिस्तान का इतिहास ऐसी घटनाओं से भरा पड़ा है।

Vishwabandhu Pandey

राज एक्सप्रेस। गुरुवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के नेता इमरान खान के लॉन्ग मार्च के दौरान फायरिंग हुई। इस घटना में इमरान खान सहित कई लोग घायल हो गए, जबकि एक शख्स की गोली लगने से मौत होने की ख़बरें भी सामने आ रही हैं। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार इमरान खान के पैरों में गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल इमरान खान खतरे से बाहर से बताए जा रहे हैं। इमरान खान ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि, ‘अल्लाह ने मुझे नई जिंदगी दी है।’ वैसे आपको बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान के किसी बड़े नेता पर जानलेवा हमला हुआ है। पाकिस्तान का इतिहास ऐसे घटनाओं से भरा पड़ा हुआ है।

लियाकत अली खान :

पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान 16 अक्टूबर 1951 को रावलपिंडी के कंपनी बाग में लोगों को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान मंच के सामने बैठे एक शख्स ने उन्हें गोली मार दी। गोली लगने से लियाकत अली खान मंच पर ही गिर पड़े। उन्हें तुरंत ही आर्मी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

लियाकत अली खान

बेनजीर भुट्टो :

दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रही बेनजीर भुट्टो की भी चुनाव प्रचार के दौरान हत्या कर दी गई थी। दरअसल 27 दिसंबर 2007 को बेनजीर भुट्टो चुनाव प्रचार के दौरान कार की सनरूफ से बाहर आकर लोगों का अभिवादन कर रही थी। इसी दौरान बाहर खड़े एक शख्स ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। बेनजीर की हत्या करने के बाद आरोपी ने खुद को बम से उड़ा लिया।

बेनजीर भुट्टो

जुल्फिकार अली भुट्टो :

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और बेनजीर भुट्टो के पिता जुल्फिकार अली भुट्टो को भी एक शख्स की हत्या के आरोप में 4 अप्रैल 1979 को फांसी पर लटकाया गया था। वहीं कानून के जानकर इसे न्यायिक हत्या बताते हैं। दरअसल साल 1975 में जनरल जिया-उल-हक ने भुट्टों को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त करके पाकिस्तान में सैन्य शासन स्थापित किया था। सैन्य शासन के दौरान ही भुट्टों को फांसी दी गई थी। ऐसे माना जाता है कि जनरल जिया-उल-हक के दबाव में ही भुट्टों को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी।

जुल्फिकार अली भुट्टो

अहसान इकबाल :

साल 2018 में पाकिस्तान के तत्कालीन गृहमंत्री अहसान इकबाल पर भी जानलेवा हमला हो चुका है। दरअसल इकबाल पंजाब में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक शख्स ने उन्हें गोली मार दी। इस हमले में अहसान इकबाल बुरी तरह से घायल हो गए थे। हालांकि बाद में सर्जरी करके उनकी जान बचा ली गई थी।

अहसान इकबाल

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