अमेरिका, दुनिया। किसी भी देश के लिए वहां की फोर्स (सेना) को देश की ताकत या शक्ति के रूप में देखा जाता है। जिस देश की फोर्स जितनी ज्यादा ताकतवर होगी,वो देश उतना ही ज्यादा मजबूत होगा। इसलिए देश की फोर्स कोई न कोई परिक्षण करती ही रहती है। जिससे देश की पॉवर को और ज्यादा बढ़ाया जा सके। वैसे तो अमेरिका की फोर्स दुनिया की टॉप 5 शक्तिशाली देशों में शामिल है, इसके बाद भी अपने देश को और ज्यादा ताकतवर बनने के लिए अमेरिकी एयरफोर्स लेटेस्ट स्टेल्थ विमान को शुक्रवार को पेश करने जा रही है। बता दें, यह एक शक्तिशाली विमान माना जाता है।
अमेरिकी एयरफोर्स पेश करेगी स्टेल्थ विमान :
दरअसल, अमेरिका की एयरफोर्स कल यानी शुक्रवार को अपना लेटेस्ट स्टेल्थ विमान इस विमान का नाम है। इसे B-21 रेडर नाम से लॉन्च किया जाएगा। इसका निर्माण नॉर्थरोप ग्रुम्मन द्वारा किया गया है। इस विमान का निर्माण B-1 और B-2 को रिप्लेस करने के लिए किया गया है। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि, 'यह B-21 रेडर नामक विमान दुनिया में अब तक का सबसे एडवांस मिलिट्री एयरक्राफ्ट होगा।' इस एयरक्राफ्ट को कंपनी 'डिजिटल बॉम्बर' के नाम से प्रमोट कर रही है। इस विमान को कंपनी अपनी साइट पर 2 दिसंबर को कैलिफोर्निया के पामडेल में पेश करने वाली है।
छठी पीढ़ी का पहला विमान हे:
बताते चलें, B-21 'दुनिया में छठी पीढ़ी का पहला विमान' माना जा रहा है। इसको अगली पीढ़ी की स्टेल्थ क्षमता के साथ तैयार किया गया है। बता दें, यह एक ऐसा विमान है जो दुश्मन की रडार में आए बिना उसे समाप्त करने में सक्षम है। नॉर्थरोप के प्लांट में 6 बी-21 रेडर विमान फाइनल असेंबली के विभिन्न चरणों में हैं। इस विमान से जुड़ी खास बातों पर ध्यान दें तो, इस विमान की खासियत यह है कि,
जब यह विमान अमेरिकी एयरफोर्स को सौंप दिया जाएगा तो यह US न्यूक्लियर ट्रायड का हिस्सा होगा।
इसे लड़ाकू विमानों का 'बिग बॉस' कहना गलत नहीं होगा।
इस विमान के साथ अमेरिकी एयरफोर्स लंबी रेंज वाले मिशन को भी बहुत आसानी से पूरा कर सकेगी।
आने वाले समय में यह विमान अमेरिकी एयरफोर्स की रीढ़ भी माना जाएगा।
इस विमान में पारंपरिक मिसाइलों के अलावा न्यूक्लियर वॉरहेड्स ले जाने की क्षमता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग के इंटीग्रेशन, डेटा, सेंसर और हथियारों के एडवांस इंटीग्रेशन के जरिए बी-21 रेडर को फुर्तीले सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके बनाया गया है।
इस विमान को वैश्विक सुरक्षा के माहौल में इंटेलिजेंस, सर्विलांस, सैनिक परीक्षण, इलेक्ट्रॉनिक अटैक और मल्टी डोमेन नेटवर्किंग की क्षमता के लिए तैनात किया जा सकता है।
यह विमान न्यूक्लियर वॉरहेड्स ले जाने में सक्षम है और यह दुश्मन के इलाके में घुसकर बिना पकड़ में आए उसे निशाना बना सकता है।
एक स्मार्टफोन की तरह इस विमान में फुर्तीले सॉफ्टवेयर अपग्रेड, बिल्ट-इन हार्डवेयर फ्लेक्सिबिलिटी वाली नई टेक्नोलॉजी, क्षमताओं और वेपन सिस्टम को शामिल किया जाएगा।
कंपनी का कहना :
कंपनी ने कहा है कि, 'पिछली पीढ़ी के विमानों से हटकर, बी-21 रेडर ब्लॉक अपग्रेड से नहीं गुजरेंगे। B-21 रेडर का नाम दूसरे विश्व युद्ध के डुलबिटल रेड के सम्मान में रखा गया है। उस युद्ध में लेफ्टिनेंट कर्नल जेम्स जिमी डुलटिटल की अगुआई में 80 एयरमैन और 16 बी-25 मिशेल मिडियम बॉम्बर्स एक मिशन पर निकल पड़े, जिसने युद्ध का नक्शा ही बदल डाला था।'
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