पुतिन नहीं हो रहे हैं ब्रिक्स सम्मलेन में शामिल Syed Dabeer Hussain - RE
यूरोप

गिरफ्तारी के डर से पुतिन नहीं हो रहे हैं ब्रिक्स सम्मलेन में शामिल? जानिए क्या है पूरा मामला?

व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिक्स सम्मलेन में शामिल होने से मना कर दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर पुतिन इस सम्मलेन में शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं? कहीं उन्हें गिरफ्तारी का डर तो नहीं सता रहा है।

Priyank Vyas

राज एक्सप्रेस। अगले महीने दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स देशों का शिखर सम्मेलन होने वाला है। इस समूह में मेजबान दक्षिण अफ्रीका के अलावा भारत, ब्राजील, रूस और चीन भी शामिल हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मलेन में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका जाएंगे। पीएम मोदी के अलावा अन्य देशों के राष्ट्रप्रमुखों को भी इस सम्मलेन में शिरकत करना है। हालांकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आधिकारिक तौर पर इस सम्मलेन में शामिल होने से मना कर दिया है। इसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर व्लादिमीर पुतिन इस सम्मलेन में शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं? कहीं उन्हें गिरफ्तारी का डर तो नहीं सता रहा है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर यह पूरा मामला क्या है?

जोहान्सबर्ग में होगा ब्रिक्स सम्मलेन

दरअसल ब्रिक्स पांच देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका से मिलकर बना समूह है। वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका इस समूह का अध्यक्ष है। यही कारण है कि 22 से 24 अगस्त के बीच दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स देशों का शिखर सम्मेलन होना है। इसमें शामिल होने के लिए सभी देशों को न्यौता भेजा गया है, लेकिन व्लादिमीर पुतिन ने इसमें शामिल होने से मना कर दिया है।

अच्छे संबंधों के बावजूद किया इंकार

दरअसल रूस और दक्षिण अफ्रीका के संबंध काफी अच्छे रहे हैं। यूक्रेन पर हमला करने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका ने अब तक रूस के खिलाफ कुछ नहीं कहा है। उल्टा दक्षिण अफ्रीका ने रूस और चीन के साथ मिलकर बड़ा नौसैनिक अभ्यास भी किया है। वहीं अमेरिका ने भी दक्षिण अफ्रीका पर रूस को हथियार बेचने का आरोप लगाया है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि आखिर पुतिन ने अच्छे संबंधो के बावजूद दक्षिण अफ्रीका आने से मना क्यों किया?

गिरफ्तारी का डर

कई लोगों का मानना है कि व्लादिमीर पुतिन के दक्षिण अफ्रीका ना आने के पीछे गिरफ्तारी का डर हो सकता है। दरअसल इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) ने इसी साल मार्च में 'वॉर क्राइम' के आरोप में व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। दक्षिण अफ्रीका आईसीसी का सदस्य देश है। आईसीसी का सदस्य होने के नाते दक्षिण अफ्रीका की यह जिम्मेदारी होगी कि वह पुतिन के वहां पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार करके आईसीसी को सौंप दे।

राष्ट्रपति ने किया था इंकार

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने ऐसी किसी भी संभावना से पहले ही इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पुतिन को गिरफ्तार करने का मतलब रूस से युद्ध की घोषणा करना है और उनका देश ऐसा नहीं चाहता है। हालांकि इसके बावजूद पुतिन अगर दक्षिण अफ्रीका जाते तो पश्चिमी देश दक्षिण अफ्रीका पर पुतिन का गिरफ्तार करने के दबाव जरूर बनाते। ऐसे में पुतिन ने वहां ना जाकर दक्षिण अफ्रीका को फिलहाल इस परेशानी से बचा लिया है।

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