टोक्यो। भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया ने टोक्यो ओलम्पिक में बुधवार को 57 किग्रा के स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंचकर 2012 के लंदन ओलम्पिक के फाइनल में पहुंचे पहलवान सुशील कुमार की उपलब्धि की बराबरी कर ली है।
रवि अब राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के 2008 के बीजिंग ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने की उपलब्धि की बराबरी करने से मात्र एक जीत दूर रह गए हैं। हालांकि उन्होंने सुशील की उपलब्धि की बराबरी कर ली है। सुशील 2012 के लंदन ओलम्पिक में अपने वजन वर्ग के फाइनल में पहुंचे थे लेकिन जापान के पहलवान से हार गए थे।
महाबली सतपाल के शिष्य रवि ने खेले गए 57 किग्रा वर्ग फ्रीस्टाइल के सेमीफाइनल में कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव के खिलाफ हार के कगार से वापसी करते हुए आखिरी मिनट में जीत हासिल की। रवि 2-9 से पीछे चल रहे थे लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं छोड़ी और आखिरी मिनट में डबल लेग अटैक करते हुए सनायेव को दबोचा और उनके कंधे जमीन पर टिकाते हुए उन्हें चित्त कर फाइनल में जगह बना ली।
वास्तव में यह भारतीय खेलों के लिए दुर्लभ और ऐतिहासिक क्षण था। रवि अब सुशील से आगे निकलने और बिंद्रा की बराबरी तक पहुंचने से मात्र एक जीत दूर रह गए हैं। महाबली सतपाल ने अपने छत्रसाल स्टेडियम अखाड़े के पहलवान रवि के फाइनल में पहुंचने पर हर्ष प्रकट करते हुए उनके गोल्ड जीतने की उम्मीद जताई है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।