जयपुर। प्रबल दावेदार तमिलनाडु और कई दिग्गज टीमों को चौंका कर पहली बार फाइनल में पहुंचे हिमाचल प्रदेश के बीच रविवार को यहां सवाई मान सिंह स्टेडियम में होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में रोमांचक मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है। तमिलनाडु की निगाहें जहां छठी बार चैंपियन बनाने पर लगी हुई हैं वहीं हिमाचल पहली बार विजेता बनाने की फिराक में है।
तमिलनाडु ने 2002-03 में पहली बार यह खिताब जीता था जबकि वह 2004-05 में वह उत्तर प्रदेश के साथ संयुक्त रूप से विजेता रहा था। तमिलनाडु ने 2008-09 और 2009-10 में लगातार यह खिताब जीता। दक्षिण की इस शीर्ष टीम ने 2016-17 में पांचवीं बार यह खिताब जीता। तमिलनाडु की टीम 2019-20 में फिर फाइनल में पहुंची लेकिन कर्नाटक से हार गई।
दूसरी तरफ हिमाचल की टीम पहली बार इस घरेलू एकदिवसीय टूर्नामेंट का फाइनल खेल रही है और वह इस मौके को चूकना नहीं चाहेगी। हिमाचल ने जिस अंदाज में दूसरे सेमीफ़ाइनल में कप्तान ऋषि धवन के हरफऩमौला खेल की बदौलत सर्विसेज को 77 रन से हराया उसे वह फाइनल में भी बरकरार रखना चाहेगी। ऋषि धवन ने 77 गेंदों में 84 रन की आतिशी पारी खेलने के बाद सर्विसेज की पारी में चार विकेट झटके और 46.1 ओवर में ही सर्विसेज की पारी को 204 रन पर समेट दिया।
अन्य सेमीफाइनल में बाबा अपराजित का 122, शेल्डन जैक्सन के 134 और चेतन सकारिया के पांच विकेट पर भारी पड़ा और तमिलनाडु ने आखिरी गेंद तक चले रोमांचक मुक़ाबले में सौराष्ट्र को दो विकेट से हरा दिया। अपराजित ने 124 गेंद की इस पारी में 12 चौके और तीन छक्के जड़े और 311 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी तमिलनाडु के लिए सुनिश्चित किया कि वे बाद में अधिक रन रेट के दबाव का शिकार ना हो जाए। अपराजित को अपने भाई बाबा इंद्रजीत (50) से भी भरपूर सहयोग मिला और दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 107 गेंदों में 97 रन जोड़े। इसके बाद अपराजित ने वाशिंगटन सुंदर (70) के साथ भी पांचवें विकेट के लिए 79 गेंदों में तेज 76 रन जोड़े।
अपराजित जब 43वें ओवर में आउट हुए तब तमिलनाडु को 44 गेंदों में 67 रन की जरूरत थी और उसके पांच विकेट शेष थे। सुंदर का साथ देने आए शाहरूख खान ने जयदेव उनादकट पर छक्का और चौका जड़कर आवश्यक रन को चार ओवर में 32 रन कर दिया।
लगातार ओवरों में साकरिया ने शाहरूख और सुंदर दोनों को आउट कर मैच को रोमांचक बनाना चाहा। उन्होंने 49वें ओवर की आखिरी गेंद पर मनीमारन सिद्धार्थ का विकेट लेकर अपना पांच विकेट भी पूरा किया। आखिरी ओवर में तमिलनाडु को सात रन की जरूरत थी, जबकि उसके सिर्फ दो विकेट ही शेष थे। चिराग जानी ने अपनी पहली चार गेंदों पर सिर्फ चार रन दिए, लेकिन अगला गेंद वाइड फेंककर उन्होंने मैच को फिर से तमिलनाडु के पक्ष में झुका दिया। पांचवीं गेंद पर एक और सिंगल से स्कोर बराबरी पर आया और अंतिम गेंद पर जब एक रन की जरूरत थी तो साई किशोर ने चौका जड़कर तमिलनाडु को फ़ाइनल में पहुंचा दिया।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।