सचिन तेंदुलकर ने बताया क्यों शराब-तंबाकू का विज्ञापन नहीं करते Social Media
खेल

सचिन तेंदुलकर ने बताया क्यों शराब-तंबाकू का विज्ञापन नहीं करते

साल 1989 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले सचिन तेंदुलकर ने आज तक शराब और तंबाकू का विज्ञापन कभी नहीं किया...

Author : Ankit Dubey

राज एक्सप्रेस। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज सचिन तेंदुलकर क्रिकेट जगत के भगवान माने जाते हैं। साल 1989 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले सचिन तेंदुलकर ने आज तक शराब और तंबाकू का विज्ञापन कभी नहीं किया। सचिन ने एक समाचार पत्र से बातचीत के दौरान बताया कि क्यों वह शराब-तंबाकू के विज्ञापन से परहेज करते हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम में कई मुद्दे पर चर्चा की थी।

सचिन तेंदुलकर ने बताया यह कारण

सचिन तेंदुलकर ने बातचीत के दौरान बताया कि मैंने अपने पिताजी से वादा किया था कि मैं कभी शराब-तंबाकू या किसी तरह के गलत पदार्थ को प्रमोट नहीं करूंगा। इसी कारण मैंने कभी शराब-तंबाकू का विज्ञापन नहीं किया। मेरे पिता ने मुझसे कहा था कि मैं दूसरों के लिए रोल मॉडल हूं, कई लोग मुझे फॉलो करते हैं, यही कारण रहा कि मैंने कभी शराब या किसी तरह के तंबाकू उत्पादों का प्रमोशन या विज्ञापन नहीं किया।

क्रिकेट की शुरुआत से ही नहीं किया ऐसा

उन्होंने आगे बताया कि साल 1990 के दशक से मेरे बल्ले पर कोई प्रमोशन वाला स्टीकर नहीं था। मेरे पास कोई कॉन्ट्रैक्ट भी नहीं था। मुझे तंबाकू उत्पादों का प्रमोशन करने का कई बार अवसर प्राप्त हुआ, लेकिन फिर भी मैंने अपने पिता को किए हुए वादे को नहीं छोड़ा। मैंने इन ब्रांड के प्रमोशन के लिए मना कर दिया था।

सचिन तेंदुलकर ने बताया कि मुझे कई ब्रांड के स्टीकर लगाने के ऑफर मिलते थे, लेकिन मैंने शराब और सिगरेट दोनों से दूरी बनाई, मैंने कभी अपने पिता से किया हुआ वादा नहीं तोड़ा।

T20 विश्व कप को लेकर भी दी राय

सचिन तेंदुलकर ने इस बातचीत के दौरान T20 विश्व कप को लेकर भी अपनी राय पेश की, उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट को तय समय पर आयोजित कराने के लिए कई चीजों का सही होना जरूरी है, हालांकि इसका भविष्य क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर निर्भर है।

बिना दर्शकों के मैच पर भी बोले सचिन तेंदुलकर

खाली स्टेडियम में बिना दर्शकों के मैच होने पर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि दर्शकों से मिलने वाली ऊर्जा काफी जरूरी होती है। स्टेडियम में दर्शकों का आना सकारात्मक संकेत होता है। अगर प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की अनुमति मिल जाए तो इससे ज्यादा अच्छा कुछ नहीं होगा। बिना फैंस के मैदान पर खिलाड़ियों को ऊर्जा मिलना कठिन है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर 25% फैंस को भी स्टेडियम में आने की अनुमति मिले, तो यह क्रिकेट के लिए अच्छी बात होगी।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT