गोरखपुर। वाटर स्पोर्ट्स की असीम संभावनाओं से लबरेज गोरखपुर स्थित रामगढ़ताल को योगी सरकार रोइंग के नेशनल कैम्प का ठिकाना बनाएगी। देश भर के रोइंग खिलाड़ी यहां राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के अनुरूप यहां अपनी प्रतिभा-कौशल को तराशेंगे। रामगढ़ताल में रोइंग की ट्रेनिंग के लिए इंटरनेशनल इवेंट्स के अनुरूप अलग-अलग श्रेणियों के 20 बोट्स जर्मनी से मंगाए जा रहे हैं।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी मिलने के बाद अपर मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण डॉ नवनीत सहगल ने रोइंग को भी शामिल कराया। इसे लेकर पहले से उन्होंने रामगढ़ताल और गोरखपुर के वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का चयन कर रखा था। वास्तव में योगी सरकार ने ताल के पास ही 45 करोड़ रुपये की लागत से विश्व स्तरीय वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स इसी मकसद से बनाया है कि यहां जल क्रीड़ा की राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं हो सकें और स्थानीय युवाओं का रुझान इस दिशा में बढ़े।
27 से 31 मई तक हुई खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स रोइंग प्रतियोगिता ने वाटर स्पोर्ट्स के लिए रामगढ़ताल की उपयोगिता को सिद्ध कर दिया है। देशभर के अलग अलग राज्यों के विश्वविद्यालयों से आए खिलाड़ी, उनके कोच और रोइंग फेडरेशन आफ इंडिया के पदाधिकारी भी हैरत में थे कि वाटर स्पोर्ट्स के लिए समूचे उत्तर भारत के लिए महत्वपूर्ण यह वेन्यू लाइमलाइट में नहीं था। सबने माना कि यहां राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आसमान छू सकती हैं।
रोइंग फेडरेशन आफ इंडिया के शीर्ष पदाधिकारियों ने यहां रोइंग का नेशनल कैम्प लगाने और ट्रेनिंग एकेडमी की इच्छा जताई है। इसे देखते हुए राज्य सरकार भी नेशनल कैम्प के अनुकूल कदम उठाने में जुट गई है। अपर मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण डॉ नवनीत सहगल का कहना है कि फेडरेशन के साथ मिलकर रामगढ़ताल-वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रोइंग का नेशनल कैम्प आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है।
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर के मुताबिक गोरखपुर में रोइंग की नर्सरी तैयार की जाएगी। रोइंग के प्रशिक्षण के लिए कोच की नियुक्ति कर दी गई है और किशोरों-युवाओं का पंजीकरण जारी है। फिलहाल 10 किशोर-युवा प्रशिक्षण से जुड़ चुके हैं। अभी उन्हें तैराकी स्वीमिंग और शारीरिक प्रशिक्षण देकर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है। इसके साथ ही जर्मनी से 20 बोट मंगाने के लिए ऑर्डर दे दिया गया है। ये बोट 10 लाख से लेकर 20 लाख रुपये की रेंज की हैं। सरकार की मंशा के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के हिसाब से रोइंग की हर स्पर्धा की बोट मंगाई जा रही है। 15 जुलाई के बाद बोट्स आनी शुरू हो जाएगी और रोइंग में पंजीकरण कराने वाले युवाओं की विधिवत प्रैक्टिकल ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।
रोइंग की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए भी रामगढ़ताल एक शानदार वेन्यू हो सकता है। मई अंतिम सप्ताह में हुई खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स रोइंग प्रतियोगिता में यहां आए रोइंग फेडरेशन आफ इंडिया के शीर्ष पदाधिकारी भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं। ताल की विशालता के साथ समीपस्थ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बनवाए गए वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सारे इंतजाम अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ सबसे बड़ी सुविधा कनेक्टिविटी की है। रामगढ़ताल से 50 किमी की दूरी पर कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। ऐसे में विदेश के खिलाड़ियों के लिए यहां सीधी पहुंच संभव है। इसके आधार पर यहां आने वाले समय में रोइंग की अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं की संभावना को पंख लग सकते हैं।
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